आधी सदी से बॉलीवुड पर राज कर रहें हैं “महानायक”…

व्यक्त्ति-विशेष

व्यक्ति विशेष(जनमत) :बॉलीवुड के महानायक और बेताज् बादशाह जो बूढ़े से लेकर जवान के दिलो में राज करने वाले अमिताभ बच्चन की एक्टिंग और पर्सनैलिटी का हर कोई दीवाना हैं| अमिताभ सभी के लिए अमिताभ बच्चन जी और हमारे लिए “बिग बी” की तरह हैं और अभी हाल ही में उन्होंने अपने करियर के 50 साल पूरे कर लिया हैं| उन्होंने छोटे पर्दे से लेकर बड़ेपर्दे पर अपनी अमिट छाप छोड़ रखी हैं| अमिताभ ने अपने करियर की शुरुआत 1969 में सात हिन्दुस्तानी फिल्म से की थी|

वे हिन्दी सिनेमा के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली अभिनेता माने जाते हैं। उन्हें लोग ‘सदी के महानायक’ के तौर पर भी जानते हैं और प्‍यार से बिगबी, शहंशाह भी कहते हैं। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर उन्हें तीन  बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है। इसके अलावा 14 बार उन्हें फिल्मफेयर अवार्ड भी मिल चुका है। फिल्मों के साथ साथ वे गायक, निर्माता और टीवी प्रिजेंटर भी रहे हैं। भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री और पद्मभूषण सम्मान से भी नवाजा है।

जैसे बिना हीरो के फिल्म का कोई रहनुमा नहीं होता उसी तरह बिना अमिताभ के इस जगमाते बालीवुड की कल्पना करना भी बेकार है| इसीलिए सदी के महानायक सभी के दिलो पर राज करते हैं और हर दौर का दर्शक उन्हें टकटकी लगाकर देखता है|  उनकी एक्टिंग और उनकी आवाज़ की धमक ही तो है की कितने कलाकार आए और कितने स्टार गएँ पर  बॉलीवुड के आसमान में  चमकता हुआ केवल एक ही चाँद है वो है “बिग बी”|

अमिताभ बच्चन का जन्म उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में हुआ था। उनके पिता का नाम हरिवंश राय बच्चन था जो की एक महान कवि के साथ साथ एक महान लेखक भी थे। उनकी मां का नाम तेजी बच्चन था। अमिताभ का नाम पहले इंकलाब रखा गया था लेकिन उनके पिता के साथी रहे कवि सुमित्रानंदन पंत के कहने पर उनका नाम अमिताभ रखा गया।  1971 की फिल्म “आनंद” में डॉक्टर की भूमिका के लिए उन्हें बेस्ट  सहायक अभिनेता के पहले फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1971 में उन्होंने पहली बार अपनी पत्नी जया भादुरी के साथ फिल्म गुड्डी में किया था।

करियर के शुरूआती दौर में उन्‍हें काफी दिक्‍कतों का सामना करना पड़ा था। उनकी फिल्‍में लगातार फलाप हो रही थीं अमिताभ बच्चन शेरवुड कॉलेज, नैनीताल के छात्र रहे हैं। इसके बाद की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोरीमल कॉलेज से की थी। पढ़ाई में भी वे काफी अव्‍वल थे और कक्षा के अच्‍छे छात्रों में उनकी गिनती होती थी। 1973 में प्रकाश मेहरा की फिल्म जंजीर के बाद वह बहुत लोकप्रिय अभिनेता बने, इस फिल्म ने उन्हें एक उपनाम दिया – “एंग्री यंग मैन”, जो बॉलीवुड फिल्मजगत में सबसे प्रतिष्ठित किरदारों में से एक माना जाता है। अमिताभ बच्चन की शादी जया बच्चन से हुई जिनसे उन्हें दो बच्चे हैं।

अभिषेक बच्चन उनके सुपुत्र हैं और श्वेता नंदा उनकी सुपुत्री हैं। 1975 में आई फिल्म शोले के लिए उन्हें एक लाख का पारितोषिक मिला।  उन्होंने अपने दोस्त राजीव गाँधी को समर्थन देने के लिए कुछ समय के लिए अभिनय से राजनीति में जाने का मन बनाया। उन्होंने एच.एन. बहुगुणा के खिलाफ आठवीं लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने आम चुनाव के इतिहास में (68.2% वोटों) के अंतर से जीत दर्ज की थी।  जब उनकी कंपनी- एबीसीएल घाटे में चल रही थी, तब उनके दोस्त अमर सिंह ने उनकी आर्थिक रूप से मदद की। उसके बाद अमिताभ ने अमर सिंह की पार्टी- समाजवादी पार्टी का समर्थन करना शुरू कर दिया। वही 1982 में फिल्म कुली के चित्रण के दौरान, उन्हें गंभीर चोट लगी।

जिस के बाद वो लम्बे समय के लिए हॉस्पिटल में एडमिट हो गए थे उस समय जब लोगो को खबर मिली तो पूरा हिंदुस्तान ने मिल कर उनकी अच्छी सेहत के लिए कामनाएं की थी और जहाँ एक तरफ़ मुस्लिमो ने नमाजे पढ़ी थी वहीँ हिन्दुओं ने देश के मंदिरों में हवं और पूजन किया था कई औरतों ने व्रत रखें थे तो गुरुद्वारों में गुराबनियाँ शुरू हो गयीं थी… यह सभी की दुवाएं ही थी जो आज बिग बी हमारे सामने मुस्कुरा रहें हैं|