सिपाही भर्ती परीक्षा कैंसिल होने की अफवाह फैलाने पर एफआईआर दर्ज

UP Special News

जनमत.उत्तर प्रदेश पुलिस में 41,520 पदों के लिए 18 और 19 जून को सकुशल संपन्न हुई सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद परीक्षा के कैंसिल होने की अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई है। ये एफआईआर उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अपर सचिव ने लखनऊ के हुसैनगंज थाने में दर्ज कराई है। बता दें कि पुलिस भर्ती के लिए राज्य के 56 जिलों के 860 केंद्रों पर लिखित परीक्षा करवाई गई थी, परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने सॉल्वर गैंग के दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा है।

इन धाराओं में दर्ज हुआ केस

सिपाही भर्ती परीक्षा के कैंसिल होने की अफवाह कुछ अज्ञात लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल की है। सोशल मीडिया पर अफवाह भरे लेटर में पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड का फर्जी मोनोग्राम और हस्ताक्षर वायरल हुआ था। बताया जा रहा है कि अफवाह फैलाने वालों में फोटोशॉप करके एक तस्वीर वायरल की थी इसमें प्रतिष्ठित टीवी चैनलों के मोनोग्राम का भी गलत इस्तेमाल किया गया था। हुसैनगंज कोतवाली प्रभारी ने बताया कि इस मामले में अज्ञात लोगों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 और 66D IT एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जाँच की जा रही है।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में 18 और 19 जून को 41,520 पदों के लिए सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। 56 जिलों के 860 केंद्रों पर सिपाही भर्ती के लिए लिखित परीक्षा संपन्न हो चुकी है। 18000 पीएसी आरक्षी और 23520 नागरिक पुलिस आरक्षी (महिला व पुरुष) के पद के लिए 23 लाख 67 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। परीक्षा कराने की जिम्मेदारी टीसीएस को दी गई है। इस परीक्षा में पहली बार ओएमआर शीट 24 सीरीज थी। इससे एक कमरे में 24 परीक्षार्थी बैठे तो किसी भी ओएमआर शीट के प्रश्न क्रमानुसार मैच नहीं कर पाएंगे।

आपको बता दें कि सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए उम्मीदवारों की सबसे ज्यादा संख्या सहारनपुर जिले में है। इस परीक्षा में पूरे प्रदेश के लगभग 22.50 लाख उम्मीदवार शामिल हुए। इसके साथ ही मेरठ में 13680, बागपत में 2064, शामली में 5424, नोएडा में 4200, गाजियाबाद में 12264, हापुड़ में 6792, मुजफ्फरनगर में 10872, सहारनपुर में 18600, बुलंदशहर में 10248 अभ्यर्थियों ने यूपी पुलिस आरक्षी पद के लिए परीक्षा दी। सीधी भर्ती परीक्षा में पारदर्शिता बनाये रखने के लिए हर केंद्र पर अटेंडेंस के लिए बायोमेट्रिक्स की व्यवस्था की गई थी।

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