लाइफस्टाइल (Janmat News): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सोशल मीडिया पर शलभासन का वीडियो शेयर किया। शलभासन सायटिका एवं पीठ के निचले हिस्से में हो रहे दर्द से राहत देता है। वीडियो की यह सीरिज 21 जून को मनाए जाने वाले अंतराष्ट्रीय योग दिवस का हिस्सा है। पीएम मोदी रोज़ाना सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर रहे हैं और लोगों से योग करने की अपील कर रहे हैं।
Stronger wrists, back muscles and prevention of spondylitis…just some of the reasons why practising Shalabhasana is beneficial. #YogaDay2019 pic.twitter.com/etloBuR7KB
— Narendra Modi (@narendramodi) June 17, 2019
पीठ दर्द से मिलेगी राहत
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कैसे करें
- शलभ एक संस्कृत शब्द है जिसका हिंदी में अर्थ है पतंगा या टिड्डा।
- शलभाासन करने के लिए सबसे पहले आपको मकरासन की मुद्रा में आना होगा। जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों को एक दूसरे से दूर रखें।
- अपने माथे को अपनी हथेलियों पर रखें। अब मकर आसन से आगे बढ़ते हुए अपने दोनों पैरों को आपस में जोड़ लें।
- अब दोनों हाथों को शरीर के समीप इस तरह रखें कि दोनों हथेलियां आसमान की ओर हों और आपकी ठोड़ी ज़मीन पर हो।
- गहरी सांस लेते हुए सिर्फ अपने कूल्हों के सहारे पैरों को ज़मीन से उपर उठाएं।
- अपने पैरों को उतना ही उपर उठाएं जितना आप अपने घुटनों को बिना मोडे़ उठा सकें।
- आप पैरों को उपर उठाए रखने के लिए अपनी बाहों का सहारा ले सकते हैं जिससे आप अपने शरीर को स्थिर रख सकें।
- अब सामान्य रूप से सांस लें और छोड़ें और 10-20 सेकंड तक आराम से रहें।
- 10-20 सेकंड तक इस आसान में रहने के बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए अपने पैरों को ज़मीन पर लाएं।
- अब कुछ समय तक मकरासन में आने के बाद आराम करें।
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शलभासन के फायदे
योग विशेषज्ञ डॉ. नीलोफर से जानिए इसके फायदे-
- पीठ दर्द से दिलाएगा आराम:यह आसान सायटिका एवं पीठ के निचले हिस्से में हो रहे दर्द से राहत दिलाता है।
- मांसपेशियों को देगा आकार: यह आसन कूल्हों और कूल्हों के आस-पास की मांसपेशियों को आकर देता है।
- वज़न होगा कम: इस आसन को नियमित रूप से करने पर जांघों की चर्बी घटती है और वजन कम होता है।
- पाचन क्रिया में आएगा सुधार: यह आसन पेट के लिए लाभकारी है और पाचन क्रिया में सहायक सिद्ध होता है।
- थकान होगी दूर:यह आसान आपके मानसिक तनाव और थकान को भी दूर करता है।
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ये सावधानियां बरतें
- गर्भवती महिलाओं, पेप्टिक अल्सर, हर्निया, हाई बीपी और हृदय के रोगियों को यह आसन नहीं करना चाहिए।
- अगर आपकी पीठ के निचले हिस्से में बहुत दर्द हो तो इस आसन को सावधानी से करना चाहिए।
Posted By: Priyamvada M