एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ा रिश्वतखोर “दरोगा”..

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अलीगढ़ (जनमत) :- यूपी के अलीगढ  में एंटी करप्शन टीम के द्वारा गांधी पार्क थाने में तैनात एक रिश्वतखोर दरोगा को रंगेहाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए जाने का मामला सामने आया है। एंटी करप्शन टीम अलीगढ़ मंडल अलीगढ़ ने रिश्वतखोर दरोगा को रंगेहाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करने के बाद उसके खिलाफ कोतवाली सिविल लाइन में रिश्वत लेने से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। तो वहीं एसएसपी ने एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़े रिश्वतखोर दरोगा को निलंबित कर दिया गया हैं। तो वही आपको बता दे की एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ा रिश्वतखोर दरोगा ने पीड़ित से मुकदमे में अमानत में खयानत की धारा कम करने के नाम पर 10 हजार रुपये की मांग की थी। जिसकी शिकायत पीड़ित के द्वारा एंटी करप्शन टीम के पास पहुंचकर दरोगा द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत देते हुए मामले से अवगत कराया गया था। पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने रिश्वतखोर दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर मेरठ कोर्ट में पेश किया जाएगा।

आपको बताते चले कि उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क में धाराएं हटाने के नाम पर रिश्वतखोर दरोगा राम वीरेश यादव को रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम के द्वारा रंगेहाथ पकड़ा गया।वहीं एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ा रिश्वतखोर दरोगा राम वीरेश 1980 बैच में यूपी पुलिस विभाग में भर्ती हुआ था। रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किए जाने के बाद एंटी करप्शन टीम के द्वारा रिश्वतखोर दरोगा को थाना सिविल लाइन ले जाया गया।जहां दरोगा राम वीरेश के खिलाफ आगरा एंटी करप्शन टीम के इस्पेक्टर राज किशोर ने मुकदमा दर्ज कराया है।जिसके बाद आरोपी दरोगा को थाना सिविल लाइन में रखा गया है। यहां से उसको मेरठ कोर्ट में पेश किया जाएगा। जबकि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने एंटी करप्शन टीम के हाथ लगे रिश्वतखोर दरोगा को निलंबित कर दिया है।जबकि गांधी पार्क थाने में तैनात दरोगा राम वीरेश यादव मुकदमे में धाराएं कम करने के नाम पर पीड़ित से दस हज़ार रुपये रिश्वत की मांग कर था। मुकदमे में धाराएं कम करने के नाम पर दारोगा द्वारा रिश्वत मांगे जाने पर पीड़ित उदय प्रताप सिंह ने एंटी करप्शन विभाग में दरोगा के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। इसके बाद एंटी करप्शन यूनिट सक्रिय हुआ। वही आपको बता दे की गांधी पार्क थाने में गडराना निवासी विक्रम सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था।

जिसमें एक युवक को दो लाख 20 हज़ार रुपए दिए थे। युवक ने रुपए लौटाने का वादा किया था। लेकिन समय पर उसने उसके रुपए वापस नहीं किए। वही विक्रम और पैसे लेने वाले युवक के बीच विवाद हो गया और पैसे के लेनदेन को लेकर मारपीट भी हो गई। इस मामले में थाना गांधी पार्क में अमानत में खयानत, धमकी, मारपीट आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। थाने पर मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मुकदमे की विवेचना थाने में तैनात दरोगा राम वीरेश यादव को दी गई थी। दरोगा राम वीरेश ने मुकदमे में से अमानत में खयानत की धारा हटाने के नाम पर आरोपी पक्ष से 10 हज़ार रुपये मांगे गए थे। वहीं 10 हजार रुपये की रिश्वत नहीं देने पर उसको जेल भेजने की धमकी दी। वही युवक ने थाना क्षेत्र स्थित एंटी करप्शन पुलिस से संपर्क किया। ओर एंटी करप्शन टीम को दरोगा द्वारा रिश्वत मांगे जाने की बात से अवगत कराते हुए दरोगा के खिलाफ शिकायत दी गई थी।जिसके बाद इस मामले में आगरा की टीम आई और प्लानिंग के तहत पीड़ित युवक को 10 हज़ार रुपये लेकर दरोगा राम वीरेश यादव के पास सांगवान सिटी के गेट पर भेजा गया। जहां दरोगा किराए पर रहता था।इस दौरान दरोगा ने युवक को बातचीत के लिए गेट पर बुलाया ओर युवक के गेट पर पहुंचते ही दरोगा ने युवक से 10 हज़ार रुपये ले लिए। जैसे ही दरोगा ने युवक से 10 हजार रुपए की रिश्वत ली तभी मौके पर मौजूद एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया और उसको पकड़ कर सिविल लाइन थाने लाया गया। वही इस मामले में एंटी करप्शन विभाग के अलीगढ़ प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि राम वीरेश को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है

वहीं इस मामले पर सीओ तृतीय सिविल लाइन अशोक कुमार सिंह का कहना है कि एंटी करप्शन टीम अलीगढ़ मंडल अलीगढ़ के द्वारा गांधी पार्क थाने में तैनात उप निरीक्षक दरोगा को ट्रैप कर रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए गए दरोगा के खिलाफ एंटी करप्शन टीम के द्वारा कोतवाली सिविल लाइन में भ्रष्टाचार निवारण संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। एंटी करप्शन टीम के द्वारा दरोगा को गिरफ्तार किए जाने की खबर मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के द्वारा दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

REPORT:- AJAY KUMAR…

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL..