फर्रुखाबाद (जनमत):- उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के एक विद्यालय के वार्षिकोत्सव में शामिल होंने आये अंतर्राष्ट्रीय डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन दिलीप सिंह राणा उर्फ ग्रेट खली को देखने के लिए भीड़ उमड़ी| इस दौरान खली नें कहा कि देश के युवाओं को खेलों की तरफ रुझान करने की जरूरत है| वह इसके प्रयास में भी लगे है|उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान खली नें कहा कि उन्होंने पूरे विश्व में लगभग 18 वर्ष तक कुश्ती खेली है| उसके बाद उन्हें लगा की अपने देश के युवाओं को खेल और कुश्ती के लिए तैयार करने की जरूरत है|
इसके लिए वर्ष 2015 में पंजाब के जालंधर में एकादमी खोली| जंहा पंजाब के साथ ही यूपी, एमपी, महाराष्ट्र, छतीसगढ़, आदि राज्यों के युवा कुश्ती के गुर सीख रहे है| उनकी एकादमी विश्उव में नम्न्होंबर बन है| खली नें कहा कि जल्द ही वह यूपी में भी एकादमी खोलने की तैयारी में है| उन्होंने खिलाड़ियों की चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश में अच्छे खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने के लिए मंच ही नहीं मिल पाता। न तो स्पोर्ट्स हॉस्टलों में अच्छे प्रशिक्षक हैं और न ही खिलाड़ियों को सुविधाएं मिल रही हैं।शहर के एक पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में भाग लेने आए खली ने कहा कि फिल्में नहीं रेसलिंग ही जिंदगी का जुनून है।
इसीलिए अमेरिका में 13 साल रहने के बाद वहां के फिल्मी करियर और कारोबार को बंद करके देश लौटा हूं। डब्ल्यूडब्ल्यूई से संन्यास के बाद जालंधर में सीडब्ल्यूई रिग की स्थापना की है। वहीं युवाओं को रेसलिंग के लिए तैयार कर रहा हूं। अब तक आधा दर्जन युवा डब्ल्यूडब्ल्यूई में शामिल भी हो चुके हैं। बताया कि रेसलिग में विशेष रूप से शारीरिक बनावट की दृष्टि से भारतीयों की अपेक्षा पश्चिमी देशों के नागरिक प्राकृतिक रूप से ज्यादा मजबूत हैं।