जूनियर हाईस्कूल अमीरनगर के प्रधानाचार्य गाँव की राजनीति के हुए शिकार….

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मुजफ्फरनगर (जनमत) :-यूपी के मुजफ्फरनगर  जनपद के बघरा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले गांव अमीरनगर में स्थित जूनियर हाईस्कूल की स्थिति की पूर्व बीते वर्षों में खंडर के समान थी जिसे स्कूल के प्रधानाचार्य द्वारा अपनी मेहनत के बल बूते खंडर जगह में स्थित जूनियर हाईस्कूल को विद्या का मंदिर बनाने वाले प्रधानाचार्य पर कुछ लापरवाह स्टाफ की मनमानी के चलते की गई सस्पेंड किये जाने की कार्यवाही।वंही जूनियर हाईस्कूल में पढ़ने वाले बच्चो को इस बात के बारे में जानकारी मिली कि हमारे शिक्षक के मंदिर के देवता समान प्रधानाचार्य पर स्कूल के ही कुछ लापरवाह स्टाफ की मनमानी के चलते उन्हें हटाये जाने की कार्यवाही की गई है तो स्कूल में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं में रोष की लहर है।

छात्र छात्राओं का कहना है कि हमे इस स्कूल में हमारे प्रधानाचार्य को वापस लाओ। आपको बता दे कि प्रधानाचार्य मुकेश वर्मा करीब दस वर्ष से ग्राम अमीरनगर में प्रधानाचार्य के पद पर तैनात थे। जानकारों के अनुसार उस समय विद्यालय में करीब पाँच से सात बच्चे हुवा करते है लेकिन वर्तमान में आज अमीरनगर जूनियर हाईस्कूल में पांच सौ से ऊपर बच्चे है। ये सब मुमकिन हो सका प्रधानाचार्य की मेहनत से लेकिन विद्यालय की कुछ लापरवाह अध्यापिकायों को प्रधानाचार्य द्वारा अपनी ड्यूटी को जिम्मेदारी से करने और बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किये जाने का पाठ पढ़ाना भारी पड़ गया! जानकारों के अनुसार स्कूल में कुछ शिक्षिकाएं लेट आती थी उन्ही में शामिल गांव की ही एक महिला अध्यापक ने प्रधानाचार्य पे रोब ग़ालिब किया था कि मेरे पति के राजीनीति में लंबे हाथ है तेरी शिकायत कर तुम्हे सस्पेंड करा देंगे। और इसी तरह हठधर्मिता के चलते अध्यापिकाओं के जिद्दी स्वभाव के सामने ईमानदार प्रधानाचार्य को केरियर को बलि चढ़ा दिया गया जिसको लेकर विद्यालय के विद्यार्थियों में रोष होने के चलते विरोध कर रहे बच्चो की जानकारी पर मौके पर पहुंची पुलिस ने विद्यार्थियों को समझा बुझाकर शांत किया वंही इस खबर के माध्यम से कहना चाहेंगे कि जब एक ईमानदार प्रधानाचार्य पर कार्यवाही की गई तो इसकी गहनता से जांच कर प्रधानाचार्य पर लगे आरोपों की पुष्टि की जानी चाहिए और बच्चो के जीवन से खिलवाड़ करने एंव अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाली शिक्षिकाओं पर भी कार्यवाही की तलवार लटकनी चाहिए।

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL..