लखनऊ (जनमत):- यूपी कि सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के 70 पार्षद अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गएँ. बकौल पार्षद पुलिस उनके खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करा रही है। उसके अलावा शहर में उनके ऊपर हमले हो रहे है। उस मामले में भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सीएम तक से गुहार लगाने के बावजूद पुलिस प्रशासन के लोग मनमानी कर रहे है। मालूम हो कि पिछले दिनों बीजेपी पार्षद दिलीप श्रीवास्तव, राजीव दीक्षित पर पुलिस ने अलग-अलग मामलों में मुकदर्मा दर्ज करा दिया है। उसके अलावा पार्षद राम नरेश रावत पर जानलेवा हमला किया गया था, लेकिन उसके बाद भी अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं है। लखनऊ नगर निगम के पार्षदों ने आरोप लगाया है कि पुलिस अगर उनके साथ ऐसा व्यवहार कर रही है तो आम जनता के साथ क्या बर्ताव होगा ये साफ़ समझा जा सकता है.
योगी सरकार में शासन – प्रशासन व पुलिस द्वारा निर्दोष भाजपा पार्षदों व कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा पार्षद राम नरेश रावत पर हुए हमले का सभी भाजपा पार्षद निंदा करते हुए हमलावारों पर सख़्त क़ानूनी कार्रवाई की मांग करते है। पार्षदों ने इस दौरान अपने-अपने घर और कार्यालय पर बैठ कर सांकेतिक धरना दिया। भाजपा प्रवक्ता व पार्षद दिलीप श्रीवास्तव एडवोकेट पर प्रशासनिक अधिकारियों की शह पर थाना गाज़ीपुर पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया। आरोप लगाया गया है कि जिला प्रशासन व पुलिस जनसेवा के कार्यो में लगे भाजपा पार्षदों का उत्पीड़न कर रही है।वहीँ धरना देने वालों में संजय सिंह राठौर, राघव राम तिवारी, सुधीर मिश्रा “ बब्लू “,पृथ्वी गुप्ता, कुमकुम राजपूत, रूपाली गुप्ता, साधना वर्मा, के के जायसवाल, अन्नू मिश्रा, श्रवण नायक, राजेश सिंह गब्बर, प्रमोद सिंह राजन, रणजीत सिंह “ रंजीत यादव “दीपक मिश्रा,मुकेश सिंह मोन्टी ,शैलेंद्र वर्मा, अरूण राय, विमल तिवारी,सुशील तिवारी “ पम्मी“,मनोज अवस्थी, सहित कई पार्षद इस धरने में शामिल हुएं.
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…
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