इस घोटाले में सीबीआई को अखिलेश यादव के खिलाफ मिले सबूत…

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लखनऊ (जनमत) :- यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही है. उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में हुए अवैध माइनिंग घोटाले की सक्रियता से जांच कर रही सीबीआई टीम को कई ऐसे अहम सबूत मिले हैं, जो यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। जांच एजेंसी के सूत्र बताते हैं कि माइनिंग घोटाले में छापे या पूछताछ के लिए अब अखिलेश यादव की घेरेबंदी की आशंका बढ़ गई है। इस केस में क्लर्क से लेकर पूर्व डीएम और मंत्री तक के ठिकानों पर की गई छापेमारी में जो दस्तावेज हाथ लगे हैं, उनकी मदद से केस की विभिन्न कड़ियों को जोड़ा गया है।वजह, माइनिंग के करीब डेढ़ दर्जन टेंडर को अखिलेश यादव के सीएम रहते हुए मंजूरी दी गई थी।

जानकरी के मुताबिक बुलंदशहर के डीएम अभय सिंह के आवास पर मारे गए छापे में सीबीआई को ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो इस केस को तत्कालीन मुख्यमंत्री की ओर ले जा रहे हैं। कच्चे कागज पर रुपयों की एंट्री वाला दस्तावेज भी जांच एजेंसी के हाथ लगा है।  वहीँ दस्तावेजों में कुछ सिफारिशी पत्र, ओवरराइटिंग वाले कई पन्ने, एक ही पन्ने पर अलग अलग स्याही से हस्ताक्षर और कटिंग जैसे अहम सबूत शामिल हैं। हालाँकि इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि साल 2012 और 2016 के बीच करीब 24 टेंडर पास किए गए थे। इनमें से दो तिहायी टेंडर उस वक्त जारी हुए, जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। उस दौरान माइनिंग विभाग मुख्यमंत्री यादव के पास था। हालाँकि जांच इस मामले में जांच जारी है.