डॉक्टरों की लापरवाही से गर्भवती महिला की जान जाने “आरोप” … 

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अलीगढ़ (जनमत):- यूपी के थाना गांधीपार्क क्षेत्र स्थित श्री चित्रगुप्त प्राइवेट हॉस्पिटल में धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों की लापरवाही के चलते अस्पताल में डिलीवरी करने के लिए पहुंची एक 9 महीने की गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया है। प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की मौत की सूचना मिलते ही मृतक महिला के परिवार की महिलाएं समेत सैकड़ो की तादाद में लोग मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद मौके पर पहुंचे मृतक महिला के परिवारीजनों ने अस्पताल प्रबंधन व डॉक्टरों पर लापरवाही के चलते महिला की मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए उसके शव को अस्पताल के बाहर सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।

अस्पताल के बाहर गर्भवती महिला का शव रखकर परिजनों द्वारा किए जा रहे हंगामे को देख डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधक समेत स्टाफ मौके से भाग गए। तो वहीं अस्पताल के बाहर हो रहे हंगामें की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल के बाहर सड़क पर महिला का शव रखकर हंगामा कर रहे परिवार के लोगों को अस्पताल प्रबंधक ओर उपचार में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का आश्वासन देते हुए मामले को शांत करने की कोशिश की। लेकिन गर्भवती महिला की मौत से गुस्साए परिजन शव रखकर हंगामा करते रहे। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस मामले की जांच पड़ताल करते हुए जानकारी जुटाने में जुटी हुई है।

आपको बताते की श्री चंद्रगुप्त हॉस्पिटल प्राइवेट अस्पताल में 9 महीने की गर्भवती महिला की डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हुई मौत के बाद मृतक महिला के पति सुशील कुमार का कहना है कि उसकी पत्नी 9 महीने की गर्भवती थी ओर उसकी डिलीवरी होनी थी। जिसके चलते उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के साथ दस्त की शिकायत हो रही थी। तभी पास के ही ब्लॉक पर तैनात आशा कर्मी महिला रमेश उसकी 9 महीने की गर्भवती पत्नी को दस्त की दवा दिलाने के बहाने लाने के बाद 24 सितंबर को थाना गांधी पार्क क्षेत्र स्थित श्री चंद्रगुप्त प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कर दिया। पति का आरोप है कि उसने अस्पताल के डॉक्टरों से कहा कि उसकी पत्नी को दस्त की दवा दे दो। जिस पर डॉक्टर ने डिलीवरी को लेकर परिवार के लोगों पर दबाव बनाते हुए जबरदस्ती उसकी पत्नी को डिलीवरी के लिए अपने अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।

आरोप है कि डॉक्टरों ने नॉर्मल डिलीवरी का परिवार के लोगों को लालच दिया था। बावजूद इसके डॉक्टर ने परिवार के लोगों को बिना बताएं ओर उनकी बिना मर्जी के उसकी 9 महीने की गर्भवती पत्नी का ऑपरेशन कर डाला। जिसके चलते डिलीवरी के दौरान उसकी पत्नी की डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मौत हो गई। जबकि मौत से पहले उसकी पत्नी ने बेटी को जन्म दिया। पत्नी की मौत से गुस्साए परिजनों ने जबरदस्ती ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए अस्पताल परिसर के बाहर मृतक महिला की लाश को रखकर हंगामा किया गया। वहीं पत्नी की लाश अस्पताल के बाहर सड़क पर रखकर हंगामा कर रहे पति की मांग है कि उसकी पत्नी को मौत की नींद सुलाने वाले आरोपी डॉक्टर के खिलाफ पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करते हुए उसके परिवार को न्याय दिलाया जाए।

REPORT- AJAY KUMAR…

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…