अखिलेश-जयंत की जनसभा से पहले कार्यकर्ताओं को लगा झटका

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अलीगढ़(जनमत):- अलीगढ़ जिले की तहसील इगलास विधानसभा क्षेत्र में चौधरी चरण सिंह की 119 वी जयंती के मौके पर उनके कर्म भूमि पर आज अखिलेश और जयंत की महारली होने वाली थी। लेकिन महारैली से पहले भीड़ जुटाने में जुटे कार्यकर्ताओं को 11000 वोल्टेज का जोरदार झटका लगा है।

11000 वोल्टेज का झटका लगते ही कार्यकर्ताओं के हौसले जनसभा के दौरान पस्त होते हुए नजर आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ की तहसील इगलास विधानसभा क्षेत्र में अखिलेश और जयंत की होने वाली महासभा से चंद मिनटों पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी गई है कि परिवार के लोगों की कोरोना रिपोर्ट पाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर उनको होम आइसोलेट कर दिया गया है। होम आइसोलेट किए जाने के चलते अब वह जनता के बीच पहुंचकर सार्वजनिक जनसभा में शामिल नहीं हो सकते।

इसके लिए उन्होंने ट्वीट कर लोगों से अपील की गई कि इगलास की सपा रालोद की संयुक्त रैली की ए क्लास में होने वाली सपा रालोद की संयुक्त रैली की अपार सफलता के लिए शुभकामनाएं एवं दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को पूरे उत्साह और ऊर्जा के साथ सक्रिय रहने की अपील की गई है। लेकिन जनसभा को अखिलेश यादव होम आइसोलेट रहकर वर्चुअल संबोधित कर सकते हैं।

अखिलेश यादव के जनसभा में नहीं पहुंचने के चलते कार्यकर्ताओं में भी काफी निराशा देखने को मिल रही है जहां एक तरफ कार्यकर्ता चौधरी चरण सिंह की करण भूमि पर होने वाली जयंती के मौके पर पिछले कई दिनों से रैली को सफल बनाने के लिए जनता के बीच पहुंचकर भीड़ इकट्ठा करने में जुटे हुए थे लेकिन अखिलेश के ना पहुंचने से कार्यकर्ताओं को 11000 वोल्ट का झटका लगा है।

*सबको इंतजार, दादा चौधरी चरण सिंह की कर्मस्थली में कितना प्रभाव दिखा पाएंगे जयंत*

पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के लिए इगलास उनका कर्मस्थली क्षेत्र रहा है। उनकी पत्नी गायत्री देवी व बेटी डॉ0. ज्ञानवती भी इस विधानसभा से विधायक रह चुकी हैं। उनके खास रहे चौधरी राजेंद्र सिंह भी कई बार विधायक रहे हैं। मगर, 2017 में मोदी-योगी लहर में इस सीट को रालोद ने गंवा दिया था। चार लाख के करीब वोटर संख्या वाली इस सीट पर 1.10 लाख के करीब जाट वोटर हैं। जयंत के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी दादा की विरासत को आगे बढ़ाकर जाटों को फिर से अपने पाले में करने की होगी।

*पूरे पश्चिम यूपी को तगड़ा संदेश देने की तैयारी*

सपा-रालोद शीर्ष नेतृत्व जाट बाहुल्य इगलास व खैर विधानसभा में विरोधी दलों को अपनी ताकत का अहसास कराना चाहता है। जयंती के बहाने रालोद इस क्षेत्र में अपना शक्ति प्रदर्शन करने जा रहा है। रैली के मंच पर कई बड़े चेहरे रालोद की सदस्यता लेने की फिराक में हैं। अखिलेश यादव व जयंत चौधरी पूरे वेस्ट यूपी में सियासत को गरमाने की तैयारी में हैं। रालोद जाट वोट बैंक को एक सूत्र में बांधकर अपने पक्ष में करने की कोशिश करेगी। वहीं, सपा अन्य जातियों को साधने की कोशिश करेगी।

अगर, यह फार्मूला सफल हुआ तो विपक्षियों के लिए खतरा पैदा हो जाएगा। दरअसल, भाजपा ने किसान आंदोलन के बाद वेस्ट यूपी के जाटों को साधने के लिए अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर राज्य विवि की नींव रखी है। इससे रालोद के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। अब रालोद चौधरी चरण सिंह के सहारे जाटों को फिर से अपने पाले में करने की कोशिश में है। वहीं, बसपा लगातार ब्राह्मण कार्ड खेल रही है। इगलास सीट पर 80 हजार के करीब ब्राह्मण वोटर भी हैं, ऐसे में सपा इनको साधने की कोशिश करेगी।

Posted By:- Amitabh Chaubey

Reported By:- Ajay Kumar