हाथों में “कलम” की जगह “फौड़ा” उठाकर “मजदूरी” करने को “मजबूर” बच्चें

UP Special News

संभल (जनमत ) :- उत्तर प्रदेश के संभल जिले में अधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर घोटालों को अंजाम देने का मामला सामने आया है | जहाँ बताया जा रहा है कि मिलीभगत से रोजगार सेवक विकासखंड  रजपुरा के गांव वरौरा में मनरेगा योजना के तहत कच्ची सडक निर्माण का कार्य कराया जा रहा है । जहाँ  पर रोजगार सेवक के रुप में सुमेर सिंह तैनात है, जो कि मौके पर मजदूरों की संख्या में बड़े पैमाने पर घोटाला कर सरकार को चूना लगा रहे हैं । वहीं नाबालिकों  से मजदूरी कराई जा रही है |

वहीं ,मनरेगा में बाल मजदूरी अभिशाप है फिर भी बच्चों से मजदूरी कराई जा रही | बच्चों के लिये बचपन एक सुंदर लम्हे की तरह होता है । बच्चों का समुचित विकास सोच विकसित करने के लिये बचपन जीना बहुत जरूरी है| ऐसे में बच्चों के बचपन का छिन जाना किसी अभिशाप से कम नहीं । बालमजदूरी या तो मजबूरी में ही की जाती है सरकार के द्वारा बाल मजदूरी को कानूनन जुर्म घोषित किया गया है | इसके बावजूद  सरकार को ठेंगा दिखाकर वरौरा के रोजगार सेवक के द्वारा बाल मजदूरी कराई जा रही है |  रोजगार सेवक नीरज पुत्र अजयवीर से अधिकारियों को ठेंगा दिखाकर कार्य कराया जा रहा है ।

 

 

 

Reported By – Ramvresh Yadav 

Published By – Vishal Mishra