तेजस एक्सप्रेस की सवारी पड़ेगी “जेब” पर भारी

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देश विदेश(जनमत):- भारतीय रेलवे के द्वारा (आईआरसीटीसी) IRCTC के हाथों में सौंपी गई भारत की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस  में ज्यादा सामान ले जाने पर अलग से चार्ज देना होगा। मुंबई से अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस में अधिक सामान ले जाने पर आपको टिकट के अलावा और ज्यादा पैसे देने होंगे। आप को बता दे कि आईआरसीटीसी(Irctc) ने ये फैसला लिया है कि तेजस एक्सप्रेस में अब सीमा से अधिक  सामान ले जाने पर ज्यादा पैसे देने  होंगे। देश की अन्य ट्रेनों में भी सामान ले जाने की सीमा तय की गई है लेकिन रेलवे के पास  अभी इतने कर्मचारी नहीं  होने के कारण नियमों का पालन नहीं हो पा रहा है|

तेजस एक्सप्रेस के प्रत्येक बोगी में तीन कर्मचारी होते हैं, जिनमें रेल होस्टेस भी शामिल हैं। यही कारण है कि तेजस में इस तरह के नियम का पालन सख्ती से हो सकेगा। तेजस एक्सप्रेस में एक्जीक्यूटिव चेयर कार यात्रियों को 70 किलो सामान ले जाने की अनुमति होगी। वहीं चेयर कार से यात्रा करने वाले को 40 किलो तक का सामान ले जा सकेंगे। तेजस एक्सप्रेस देश की पहली ऐसी ट्रेन है जिसने यह फैसला लिया है, अभी तक इस तरह का नियम बस फ्लाइट में ही था। आप को बता दे कि पैसेंजर कम्पार्टमेंट  में अब आपके सामान  की जांचा की जायेगा। संदूक, सूटकेस या फिर कोई भी सामान हो उस का  साइज 100X60X25 सेंटीमीटर ही होना चाहिए अगर  इससे से ज्यादा बड़ा या भारी सामान  है तो वो ब्रेक वैन में भेजा जाएगा।

तयसीमा से ज्यादा सामान होने पर 109 रुपए का एक्स्ट्रा  पैसा  देना होगा। आईआरसीटीसी(Irctc) के एक अधिकारी का कहना है कि लंबी दूरी की अन्य ट्रेनों में भी ऐसा नियम लागू है, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण इसे लागू नहीं किया गया है।  मुंबई से  अहमदाबाद की दूरी तेजस एक्सप्रेस मात्र 6 घंटे में पूरा करती है। वही इसमें स्वचालित दरवाजे हैं। ऐसे में इस नए नियम को इसलिए भी लागू किया गया है कि ऑटोमैटिक दरवाजे सुचारू रूप से कार्य कर सकें। ट्रेन में विश्वस्तरीय सुविधाएँ दी गई हैं।

जैसे मूविंग टॉकीज, धूम्रपान  करने पर अलार्म, ऑटोमैटिक ब्रेक, सभी सीटों पर अटेंडेंट को बुलाने के लिए  बटन, किताब पढ़ने के लिए लाइट जलाने का बटन, खिड़की के पर्दे खोलने-बंद करने के लिए बटन, सेंसर लगे दरवाजे और डस्टबिन शामिल हैं।। इसके अलावा ट्रेन की  हर बोगी में 6 सीसीटीवी कैमरा लगे हैं। इमीजेंसी में ट्रेन को रोकने के लिए चेन की जगह हैंडल दिया गया है।

Posted By:- Amitabh Chaubey