महराजगंज (जनमत):- यूपी के महराजगंज जिले की पनियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कैम्प में डॉक्टरों की घोर लापरवाही उस समय देखने को मिली जब नसबंदी कराने आई 35 से अधिक महिलाओं को इंजेक्शन लगाने के बाद ऑपरेशन ओटी की तैयारी में देरी को लेकर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ आपस मे ही भिड़ गए। विवाद इतना बढ़ गया कि डॉक्टर ने बिना नसबंदी किए ही मौके से फरार हो गए।
डॉक्टर के चले जाने के बाद नशबंदी कराने आई महिलाएं हंगामा करने लगी। डॉक्टर के मोबाइल पर कई बार सम्पर्क करने की कोशिश की लेकिन डॉक्टर अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर फरार हो गए अंततः बिना नशबंदी कराए ही महिलाओं को बेरंग वापस लौटना पड़ा। वही इसकी सूचना के बाद डिप्टी सीएमओ ने जांच कर कार्यवाई की बात कही है। प्रदेश सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर चलाई जा रही योजनाओं के तहत जिलों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी शिविर का आयोजन किया जा रहा है|
जिसके जनसंख्या पर नियंत्रण किया जा सके। लेकिन सरकार के इन योजनाओं पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा ही पलीता निकालने का काम किया जा रहा है। ताज़ा मामला महाराजगंज जिले के पनियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां स्वास्थ विभाग द्वारा नसबंदी शिविर लगाया गया था। इस शिविर में मौके पर 35 महिलाएं भी पहुंची थी डॉक्टर ने नसबंदी करने के लिए महिलाओं को इंजेक्शन भी लगाया लेकिन इसी बीच डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ में किसी बात पर बहस हो गई फिर क्या डॉक्टर को इतना गुस्सा आया कि मौके पर नसबंदी करना छोड़ फरार हो गया।
वही नसबंदी कराने आई 35 महिलाएं अपने आप को ठगा सा महसूस कर रही थी उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा था इंजेक्शन लगने के बाद अब वह करे तो क्या करें। काफी देर बाद भी स्वास्थ विभाग द्वारा उनकी कोई सुध नहीं ली गई जिसके बाद महिलाओं ने प्रदर्शन किया और जब उनकी किसी ने ना सुनी तो बैरंग घर वापस लौट गई। वही इस घटना के बाद डिप्टी सीएमओ राकेश कुमार ने नसबंदी करने गए डॉ0 विभूति शुक्ला की जांच करा कर कार्रवाई करने की बात कही है।