बकरी कहकर चिढ़ाने को लेकर की गई थी हत्या, एसपी ने किया खुलासा

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महराजगंज(जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज  में अमन हत्याकांड को लेकर एसपी ने लगभग 18 दिनों बाद खुलासा कर दिया है। जिस तरह से अमन की हत्या की गई वह किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है ।दरअसल अमन मद्धेशिया का शव 5 तारीख को निचलौल थाना क्षेत्र के जंगल में बरामद हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने कई टीमें लगाई थी। अब चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है .एसपी ने खुलासा करते हुए बताया की सागर अमन व उसके साथी बकरी कहकर चिढ़ाते थे इसको लेकर अमन की निर्मम हत्या की गई। एसपी ने प्रेस वार्ता में बताया की अमन व उसके साथी आरोपित लक्ष्मण उर्फ सागर को बकरी कहकर चिढ़ाते थे जिससे सागर सामाजिक अपमान मानता था|

जिसके बाद सागर व उसके कुछ साथियों ने इस तरह से इस अपमान का बदला लेने का सोचा जिसको जानकर आपके होश उड़ जाएंगे सागर व उसके कुछ साथी सिर्फ चिढ़ाने को लेकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने प्रेस नोट ने बताया है कि अमन कहता था कि मेरे पिता के पास पैसा है और तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। जिसके बाद आरोपित ने अमन को मारा पीटा था| अमन के पिता राकेश अपने कुछ साथियों के साथ आरोपित के घर हाकी  डंडा लेकर लक्ष्मण के घर पहुंच खूब गाली गलौज किया जिससे व अपमानित महसूस करने लगा इसके बाद यहां से फिल्मी अंदाज में  अमन से पीछा छुड़ाने का एक प्लान बनाया जिसमें उसके तीन अन्य साथी भी सम्मिलित हुए इसके बाद सभी साथी चमनगंज देशी शराब ठेके पर योजना के मुताबिक अपमान का बदला लेने के लिए निकले तथा अमन को खत्म करने व उसके पिता राकेश के पैसे के घमंड को खत्म करने के लिए एक मत होकर निर्णय लिया कि विष्णु अमन को अपने विश्वास में लेकर अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर चमनगंज से ढेसो मार्ग पर जाने वाली सेंचुरी जंगल में लेकर जाएगा तथा मैं  व मुकेश वहीं पर पहले से मौजूद रहेंगे।

उसके बाद सभी लोग मिलकर उस की जीवन लीला समाप्त कर देंगे और इस झंझट से छुटकारा मिल जाएगा। जंगल काफी घना होने के कारण उसकी लाश को वही झाड़ियों में ठिकाने लगा देंगे इस योजना को आगे बढ़ाते हुए हम लोग एक मत होकर 30 को करीब 3:00 बजे शाम के आसपास संत से उनके मोबाइल नंबर से वार्ता कर काली मंदिर के पास जो सुनसान जगह है वहां पर बुलाया तथा वहीं पर विष्णु को मोटरसाइकिल से बुलाकर तथा अमन को विश्वास में लेकर मोटरसाइकिल पर बैठाकर सात पांच पुल से चमनगंज होते हुए ढेरों मार्ग पर सेंचुरी जंगल के अंदर घुमाते हुए करीब 5:00 बजे शाम जंगल की काफी अंदर ले गए और वहां उसकी हत्या कर दी।

हत्या के बाद पुलिस को जो शव मिला उसको शिनाख्त करने में पुलिस को 2 दिन लग गया।  शव शिनाख्त होने के साथ पुलिस के लिए चुनौती वाला मामला साबित हुआ। जिसके बाद एसपी ने पुलिस की सबसे तेज विश्वास साइबर सेल के प्रभारी मनोज कुमार पंत को जिम्मेदारी सौंपी मनोज कुमार पंत ने लगभग 2 सप्ताह तक अथक प्रयास के बाद साइबर सेल व निचलौल पुलिस के साथ उस आरोपित की कलर तक पहुंच ही गई।

Posted By:- Amitabh Chaubey

Reported By:- Naveen Mishra