देश विदेश (जनमत):- कोरोनावायरस ने चीन से शुरू होकर धीरे धीरे पूरी दुनिया को अपनी जद में ले लिया है, वही दूसरी तरफ भारत में भी तेजी से ये अपने पैर पसार रहा है जिस की वजह से भारत के सभी राज्य चुनौतियों का सामना कर रहे है।जिसके बाद से ही देश में लॉकडाउन के चलते गरीबो को भोजन के लाले पड़ गए हैं| देश में कोरोना से लड़ने के लिए NRMU(National Railway Mazdoor Union) भी आगे आया है।
NRMU के महामंत्री कॉमरेड वेणु पी नायर ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए NRMU की तरफ से प्रधानमंत्री केयर फण्ड में 51 लाख रुपये तथा मुख्यमंत्री राहत कोष (महाराष्ट्र) में 51 लाख रुपये अर्थात कुल 1 करोड़ 2 लाख रुपये का आर्थिक मदद देने का क्रांतिकारी निर्णय लिया है।महामंत्री ने कहा कि यह वह समय है जब देश को हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है बहुत से लोग भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं और मैं रोज कमा कर गुजारा करने वालों के लिए काफी चिंतित हूँ।
हमें उनके बारे में भी सोचना चाहिए जिनकी रोजी-रोटी छीन चुकी है लाखों लोग जो भूखों मरने के कगार पर खड़े हैं। वैसे लोगों के लिए हम अपनी तरफ से मदद की हरसंभव पूरी कोशिश करेंगें। देश के किसी भी हिस्से में जब- जब कोई भी प्राकृतिक आपदा आयी है तब-तब NRMU ने आगे आकर हर संभव आर्थिक मदद पूरे देश मे देने का कार्य किया है।
उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए महामंत्री कॉम वेणु पी नायर ने इस महामारी से निपटने के लिए यूनियन की तरफ से इतने बड़े आर्थिक मदद का ऐलान किया है। संकट की इस घड़ी में एक ओर जहाँ रेलकर्मी पूरे देश में मालगाड़ियों का संचालन कर सामानों की आपूर्ति करने में मदद कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस कार्य में लगे अपने रेलकर्मियों को भी महामंत्री NRMU हर संभव मदद कर रहे हैं।
NRMU जहाँ एक ओर सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों का डटकर मुकाबला करती है वही अपने कर्मचारियों के लिए दिन-रात लड़ने का भी कार्य करती है वही देश में आपदा आने पर अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों से भी NRMU कभी पीछे नही हटती है। हिंदुस्तान के किसी भी यूनियन के इतिहास में किसी भी विपति के समय NRMU का यह योगदान आजतक का सबसे बड़ा महायोगदान है।
देश के प्रति NRMU का यह योगदान निश्चित ही यूनियन की सामाजिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी बयां करती है।
Posted By:- Amitabh Chaubey