युवक दिल्ली में हुए धोखाधड़ी के शिकार, युवकों के कागजों पर करीब 100 करोड़ से ज्यादा का फर्जीवाड़ा

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हरदोई (जनमत):- हरदोई जिले की कछौना कोतवाली क्षेत्र में नौकरी के नाम पर कागज लेकर दिल्ली में फर्जी कम्पनियां खोलकर करोड़ों का व्यवसाय करने के मामले में क्षेत्र के लगभग 30 युवक ठगी के शिकार हुए है।ऐसे में कुछ पीड़ित कोतवाली पहुंचे है और वहां पर अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए तहरीर दी।हालांकि दिल्ली में एक मुकदमा आरपीएफ में दर्ज है जो मामले की विवेचना कर रही है लेकिन बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का शिकार युवा सकते हैं क्योंकि इन युवकों के अभिलेखों पर बड़ी संख्या में फर्जी फर्म खोलकर लगभग 100 करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया है।

दरअसल कछौना कस्बे के तिलकनगर निवासी अमन कुमार राठौर ई-रिक्शा चालक है। उसके ई-रिक्शो की बैट्री खराब होने के कारण रुपये की जरूरत पड़ी। इस पर उसने बैंक से लोन के लिए चक्कर लगाने शुरू किए। एक बैंक में बात होने पर उससे आईटीआर मांगा गया।जनसेवा केंद्र पर पहुंचने पर उसे पता चला कि उसके पैनकार्ड पर छह करोड़ 67 लाख रुपये का लेनदेन दिख रहा है। इसकी जानकारी जुटाई गई, तो पता चला कि राठौर ट्रेडर्स के नाम से फर्म दिल्ली में रजिस्टर्ड है। यह फर्म स्क्रैप का कारोबार करती है। कोतवाली क्षेत्र के बसंतपुर मजरा दीननगर निवासी मोहम्मद साहिल, हिंदूखेड़ा निवासी पीटर उर्फ अंकित, कछौना कस्बा निवासी संदीप वर्मा और अंकित कुमार ने भी कोतवाली में तहरीर देकर शिकायत की।इन युवकों का आरोप है कि कोतवाली क्षेत्र के ही पूरा गांव निवासी सगे भाइयों सूरज और नीरज ने नौकरी लगवाने के नाम पर अक्टूबर में पैन और आधार कार्ड लिए थे।

दरअसल हरियाणा में रोहतक और हिसार के बीच नई रेल लाइन बिछाई जा रही है इसी दौरान यहां से चार करोड़ रुपये का रेलवे का स्क्रैप चोरी कर लिया गया। इसकी रिपोर्ट रेल अफसरों ने रेलवे पुलिस के महम थाने में दर्ज कराई। जब इसकी विवेचना शुरू की गई, तो पुलिस ने हरियाणा के गोहाना निवासी पुनीत को गिरफ्तार किया। रेलवे स्क्रैप चोरी करने वाले गैंग का लीडर पुनीत ही है। पूछताछ में पुलिस ने पुनीत से स्क्रैप के बारे में जानकारी ली, तो पता चला कि उसने स्क्रैप अलग अलग कंपनियों के जरिए पंजाब के एक शहर में बेच दिया।जब कंपनियों की छानबीन हुई, तो पता चला कि जिन लोगों के अभिलेख लगे हैं, उन पतों पर संबंधित लोग रहते ही नहीं हैं। मौके पर जाने पर पुलिस को उक्त कंपनियां भी नहीं मिलीं।

जब पुलिस ने कंपनी खोले जाने और लेनदेन में इस्तेमाल किए गए अभिलेखों को खंगाला, तो हरदोई जिले के कछौना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत अलग अलग गांवों के लगभग 35 लोगों के नाम सामने आए। इन सभी के नाम पर फर्जी कंपनी बनाकर न सिर्फ चोरी का माल खपाया गया बल्कि करोड़ों रुपये की जीएसटी की चोरी भी की गई।युवक ने इस मामले में अपने अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ करके फ्राड किये जाने के आरोप लगाकर तहरीर कछौना कोतवाली में पुलिस को दी है।

Reported By:- Sunil Kumar

Posted By:-Amitabh Chaubey