अयोध्या (जनमत ) :- अयोध्या स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा नज़रबाग में शुक्रवार को गुरु ग्रंथ साहिब जी के सम्पूर्ण पाठ की समाप्ति के बाद अरदास और कीर्तन करके सिख समाज के पांचवे गुरु जी के बलिदान को श्रद्धा के सुमन अर्पित किए गए ।इसके बाद गुरुद्वारा नजरबाग के सभी सेवादार और अयोध्या फैजाबाद नवाबगंज मास्किनवा मनकापुर सोहावल से आई संगत ने जत्थेदार बाबा महेन्द्र सिंह की सरपरस्ती में श्रृंगारहाट राज सदन के सामने आम जनमानस और सृद्धालुओ को पारंपरिक छबील(ठंडा शरबत) और चने का प्रसाद बाबा महेन्द्र सिंह ने वितरित करके शुभारंभ किया।
अयोध्या नगरी से गुरु जी को सेवामई श्रद्धांजली अर्पित की गई।वही जत्थेदार बाबा महेन्द्र सिंह जी ने बताया कि हमारे पाचवे गुरु का जन्म 15 अप्रैल सन 1563 में हुआ और 30 मई 1606 ई. में गर्म तवे पे बैठा के सिर में तपता हुआ रेता डाल के तरह तरह के तसीहे दे के गुरु जी को शहीद कर दिया गया। मात्र 46वर्ष की आयु में गुरु जी ने एक रचनाकार के रूप में अध्यात्म का सर्वोच्च स्वरूप गुरु ग्रंथ साहिब का संकलन किया,।इस अवसर पर सैकड़ो सेवादार मौजूद रहे।
Reported By – Azam Khan
Published By – Vishal Mishra