“माँ-बाप” पर बेटे ने किया मुकदमा… कहा “जिंदगीभर” उठाओ मेरा खर्च…

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देश/विदेश (जनमत):- माँ-बाप अपने बच्चे को दुनिया की हर वो चीज देने की जिंदगी भर कोशिश करते हैं जो उनकी पहुच में होती हैं और अपने जीवन को अपने बच्चे की परवरिश में लगा देतें हैं… वहीँ बच्चों का भी फर्ज हैं की जब माँ-बाप को आपकी ज़रुरत हो तो आप अपना फर्ज निभाएं…. लेकिन  ये दौर ही कुछ अलग हैं…यहाँ पर उम्मीद करना बेमानी सा हो गया है, उल्टा अब बच्चे मा बाप से जिंदगी भर का खर्चा उठाने को मजबूर कर रहें हैं,  दरअसल 41 साल के एक व्यक्ति ने अपने माँ-बाप से पूरी जिंदगी उसका खर्चा उठाने की मांग करते हें उन्हें अदालात की दहलीज तक खीच लिया है…. हालाँकि आपको ये जानकार  बेहद हैरानी होगी कि फैज सिद्दीकी नाम के इस व्यक्ति ने दुनिया की जानी मानी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री ली हैं और और वह एक ट्रेंड लॉयर है। इतना पढ़ा-लिखा होने के बावजूद वह बेरोजगारी का हवाला देकर अपने माँ-बाप को संभालने के बजाय उल्टा उनसे ही जिंदगीभर रुपये देने की मांग कर रहा है और माँ-बाप अब इस बेटे का खर्च उठाने में सक्षम न होने की बात कह रहें हैं.

आपको बता दे कि बकौल फैज बीते 10 सालों से वो बेरोजगार है और हाई कोर्ट में उसने दलील दी है कि वह सेहत की परेशानियों के चलते कमजोर वयस्क बच्चे के रूप में गुजारे का दावा करने का हकदार है। उसे रोकना उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा।बता दें 71 साल के जावेद और 69 साल की रक्षंदा फैज के माता-पिता हैं। वह दुबई में रहते हैं। उनके वकील ने हाई कोर्ट में कहा कि फैज के माता-पिता पहले ही उसे ऑक्सफोर्ड जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी  में पढ़ा चुके हैं। वकील ने बताया कि फैज के माता-पिता ने उसकी पढ़ाई से लेकर अब तक का सारा खर्चा उठाया। वह हर हफ्ते फैज को अब तक करीब 40 हजार रुपये खर्च के लिए देते आए हैं। इतना ही नहीं, उसके तमाम तरह के बिल और खरीदारी के खर्चे को मिलाकर महीनेभर में उसे करीब डेढ़ लाख रुपये देते रहे हैं।

आपको बता दे कि फैज ने एक टॉप लॉ फर्म में प्रैक्टिस की , पर साल 2011 से उसे कहीं पर भी नौकरी नहीं मिली। इसके पहले भी उसने फैमिली कोर्ट में अपने माता-पिता के खिलाफ इसी तरह का एक और केस किया था, जिसे फैमिली जज ने खारिज कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने फैज को 20 साल पहले ही सेंट्रल लंदन के हाइड पार्क में एक घर खरीदकर दे रखा है, जिसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है।  हालाँकि अब पारिवारिक विवाद के बाद उसके माता-पिता उसे यह रुपये नहीं देना नहीं चाहते।  इसके उलट फैज सिद्दीकी ने अपने माता-पिता से ताउम्र भरण-पोषण के लिए खर्चा देने की मांग करने की वजह बताई है। उसका कहना है कि उसने काफी कोशिश की, लेकिन कोई अच्छी नौकरी नहीं मिल पाई। ऐसे में माता-पिता के अलावा उसका कोई सहारा नहीं है और उन्हें ही उसकी पूरी जिम्मेदारी उठानी होगी। हालाँकि बूढ़े माँ-बाप कहाँ तक अपने इस “लायक” बेटे का खर्चा उठा सकतें हैं ये हर कोई जानता है. फिलहाल मामला कोर्ट में जारी हैं.

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…

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