रुझान में “वाममोर्चा” हुआ पस्त….

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राजनीति {जनमत} :- लोकसभा चुनाव के रुझानो में जहाँ भाजपा की देश में सुनामी नज़र आ रही है, वहीँ इस बीच यह भी बड़ा सवाल है क्या कभी देश में सबसे मजबूत लाल किला समझे जाने वाले पश्चिम बंगाल में भी वाममोर्चा का बेहद बुरा हाल नज़र आ रहा है. 34 साल बंगाल पर राज करने वाली माकपा और उसके सहयोगी दलों का इस बार सूपड़ा साफ होना तय है।  जैसा की सर्वविदित है कि राजनीति बड़ी बेरहम होती है। वाममोर्चा से बेहतर भला इस बात को कौन समझ सकता है।

मोर्चा ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में राज्य की 42 में से दो सीटें जीती थीं। वे सीटें भी माकपा के खाते में गई थीं। माकपा अपनी उन दो सीटों को बचाने में ही नाकाम नजर आ रही है।  एक समय था कि लालकिले के नाम से मशहूर इसी बंगाल में इन लोकसभा चुनावों में ऐड़ी-चोटी का पसीना एक करने के बावजूद चार दशकों में पहली बार उसका खाता खुलने की भी उम्मीद नहीं नजर आ रही है।