मायावती ने सपा की रणनीति पर फेरा “पानी”…

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राजनीति (जनमत) :- राजनीति में कभी कोई स्थिर नहीं रहता तो कभी कोई भी समझौता और दोस्त हमेश के लिए नहीं होता है. यही बात सटीक बैठती है बसपा सुप्रीमो मायावती के बारे में जैसा कि जाना जाता है कि विरोधी रणनीति बनाने में वक्त लेते हैं और वह अपना दांव चलकर आगे बढ़ जाती हैं। मायावती ने समाजवादी पार्टी की रणनीति पर पानी फेर दिया है। मायावती ने गठबंधन को बिना ध्यान में रखे सभी 403 विधानसभा सीटों पर भाईचारा कमेटियां गठित कर चुनावी तैयारी का आह्वान कर सपा पर और भी दबाव बढ़ा दिया है। कहीं न कहीं यह कहा जा सकता है की अब गठबंधन की तिलांजली जल्द होने वाली है.

इसी के साथ गठबंधन के भविष्य पर खतरा नजर आने लगा है। मायावती ने लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा की खाली हो रही सभी 11 सीटों के उपचुनाव लड़ने का एलान कर फिर यही साबित किया है। इससे सपा को उपचुनावों में बसपा का एकतरफा समर्थन हासिल हो जाएगा और वह सत्ताधारी दल भाजपा को अच्छी चुनौती देने में सफल होगी।बसपा के एक जिम्मेदार नेता ने बताया कि समाजवादी पार्टी को उम्मीद थी कि पूर्व की तरह बसपा विधानसभा की रिक्त हो रही 11 सीटों के उपचुनाव नहीं लड़ेगी। सपा मुखिया अखिलेश यादव तय रणनीति के तहत हार के कारणों पर शायद इसी वजह से अब तक बोलने से बचते रहे हैं।