जाको राखे साईया मार सके न कोई….

CRIME UP Special News

लखनऊ(जनमत): उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बढ़ते अपराधों के बीच पुलिस को एक बड़ी राहत मिली है। दरअसल यहाँ के ग्रामीण थाना काकोरी के  इलाके से टॉफी का लालच देकर सात वर्षीय मासूम बच्चे को अगुवा कर लिया गया था। दो दिन पहले हुई बच्चे के अपहरण की घटना की जानकारी पुलिस को लगी तो उसके होश उड़ गए ।

हालांकि एसएसपी लखनऊ द्वारा गठित पुलिस टीम ने पड़ताल शुरू की गई तो न सिर्फ बच्चा सकुशल बरामद हो गया बल्कि एक अपहरणकर्ता भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बच्चे को सकुशल  बरामद करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी की ओर से 15 हजार रूपये पुरस्कार दिया गया है। जाको राखे साईया मार सके न कोई। यह कहावत थाना काकोरी इलाके में हुई एक घटना पर पूरी तरह लागू होती है। दरअसल दो दिन पहले ही यहाँ से साथ वर्षीय एक बच्चे को अगुआ कर लिया गया था।

बच्चे के अपहरण की जानकारी पुलिस को मिली तो स्थानीय पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच और एस – 30 की संयुक्त पुलिस टीम ने किडनेपर की तलाश शुरू कर दी। कई सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालने के बाद आखिर एक कैमरे में संदिग्ध नज़र आ गया। शक के आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो आरोपी ने न सिर्फ बच्चे के अपहरण की बात क़ुबूल कर ली बल्कि पुलिस को उसके हत्या करने की भी बात भी बताई। बच्चे की हत्या की बात सुनकर पुलिस भी सन्न रह गई। बाद में जब आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने जॉगर्स पार्क के पास झाड़ियों में बच्चे को बरामद किया तो उसकी सांसे चल रही थी।

(बच्चे की फ़ाइल् फोटो)

यह देखते ही पुलिस ने फ़ौरन बच्चो को लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहा पर डॉक्टरों ने उसकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई है। एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने बताया कि आरोपी की निशानदेही पर जब झाड़ियों से बच्चे को बरामद किया गया तो वह बेहद जख्मी हालत में था। बावजूद पुलिस ने हार नहीं मानी और उसे फ़ौरन हॉस्पिटल में भर्ती कराया जहा इलाज के बाद मासूम की हालत में सुधार है। कलानिधि ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है।

अमिताभ चौबे

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