विजिलेंस टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

UP Special News

औरैया (जनमत):-  उत्तर प्रदेश के जनपद औरैया  में बेसिक शिक्षा अधिकारी को उनके कार्यालय से 50 हजार की रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी विपिन कुमार को विजिलेंस टीम औरैया कोतवाली लेकर आई और पूछताछ की बेसिक शिक्षा अधिकारी को लेकर जैसे ही जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों को लगी तो चर्चाओ का विषय बन गया हालकि इस मामले को लेकर विजलेंस की टीम ने मीडिया को कोई भी जानकारी नही दी और आरोपी बीएसए को अपने साथ कानपुर ले गए |

उत्तर प्रदेश में भ्र्ष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री पहले से ही सख्त दिखाई पड़ रहे यही वजह है कि कोई भी अधिकारी भ्र्ष्टाचार या रिश्वत लेता पकड़ता है उस पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही शासन दुवारा विजिलेंस टीम भी बनाई गई है जो सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों के रिश्वत लेने की शिकायत मिलने पर तत्काल एक्शन करती है।

औरैया जिले में भी बेसिक शिक्षा अधिकारी विपिन कुमार विजिलेंस टीम कानपुर सेक्टर के हाथों उस वक्त चढ़ गए जब वह अपने कार्यालय पर थे। दरअसल महर्षि दयानंद सरस्वती इंटर कालेज के शिक्षक रामचरण राजपूत साल 2020 में सेवानिवृत्त हो गए थे जिसके बाद साल 2012 से साल 2018 तक का उनका 50 लाख का एरियर बाकी था। जिसको लेकर वह बीएसए दफ्तर में बीएसए के चक्कर काट रहे थे।लेकिन सूत्रों की माने तो बीएसए एरियर जारी करने के लिए रामचरण राजपूत से करीब 2 लाख रुपए मांग रहे थे।जिसके बाद परेशान होकर रामचरण ने इस कि सूचना एंटी करप्शन टीम (विजलेंस) को दी जिसके बाद बीएसए विपिन कुमार को रंगे हाथों पकड़वाने के लिए रामचरण राजपूत ने 50,000 रुपये की पहली रकम देने के लिए राजी हुए और बीएसए को भी राजी किया।लेकिन इस पूरी कहानी के पीछे की हकीकत बीएसए को नही पता थी और वह कार्यालय पर इस रकम को लेने के लिए तैयार हो गए जहा शाम को दफ्तर में ही थे जिसके बाद फोन से बातचीत हुई और रामचरण को बुलाया और 50 हजार रुपए बेसिक शिक्षा अधिकारी विपिन कुमार ने ले लिए जिसके बाद रंगे हाथों विजिलेंस टीम ने 50 हजार रुपयों के साथ पकड़ लिया और सीधे औरैया कोतवाली लाए जहा जिले के एएसपी, सीओ सिटी भी पहुच गए और एंटी करप्शन टीम ने बीएसए से पूछताछ की व दस्तावेजो को भी खगाला। वही परीक्षा पास होने के बाद जनपद औरैया में पहली पोस्टिंग बीएसए के रूप में मिली थी। वही आरोपी बीएसए को विजलेंस की टीम अपने साथ कानपुर ले गई इसके साथ विजलेंस की टीम के किसी भी अधिकारी ने मीडिया से बात न करते हुए कानपुर निकल गई।

Reported By – Arun Bajpai

Posted By – Ambuj Mishra