लखनऊ (जनमत):- विश्व मे वर्ड डायबिटीज (मधुमेह दिवस)डे 14 नवम्बर को मनाया गया मधुमेह दिवस (शुगर) की बीमारी हमारे जीवन को लगातार प्रभावित करती जा रही है |विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए डॉ अरुण कुमार पांडेय ने कैम्प लगाकर लोगों को इस बीमारी के बारे में अहम जानकारी दी साथ ही 200 लोगों का निःशुल्क शुगर का जाँच भी कराया गया | डॉ अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि दुनियाभर में आजकल 10 में से 1 वयस्क को मधुमेह है। 100 में से 90 मधुमेह रोगियों में टाइप-2 मधुमेह है जिसमे आप से अधिक लोगों में मधुमेह की पहचान और उपचार नही हुआ है।
आगे अपने संबोधन में डॉक्टर अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि खान पान की आदते और गतिहीन जीवन शैली टाइप 2 मधुमेह के विकास में योगदान देने वाले सामान्य कारक है। अधिक वजन और मोटापा भी जोखिम को बढ़ाता हैं अतः वजन पर नियंत्रण आवश्यक है। एक या एक से अधिक जोखिम कारकों वाले लोगों में नियमित जाँच मधुमेह के शीघ्र और प्रभावी नियंत्रण में काफी अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
अतः नियमित जांच, नियमित शारीरिक व्यायाम, और खान पान में सुधार मधुमेह के नियंत्रण में उपयोगी सिद्ध हो सकता है।आगे उन्होंने बताया कि फलों का रस, सौडा, शरबत के बजाय पानी, सलाद, छाछ, नींबू पानी का चयन करे। प्रतिदिन कम से कम तीन बार हरी सब्जियों का सेवन करे।हर दिन ताजे फल की दो सर्विंग तक खाए।नाश्ते के लिए मेवे, ताजे फल ही चुनें।शराब का सेवन प्रतिदिन अधिकतम दो मानक पेय तक सीमित करें।इस तरह उन्होंने लोगों को मधुमेह, उसके उपचार और खान पान में आवश्यक परिवर्तन के लिए जागरूक किया। डॉ पाण्डेय द्वारा आयोजित इस कैंप में आये लोगों के द्वारा उनके इस नेक कार्य के लिए काफी सराहा गया।