प्रवासी मजदूरों को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे निभा रहा अहम भूमिका

प्रवासी मजदूरों को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे निभा रहा अहम भूमिका

UP Special News

लखनऊ (जनमत):- कोरोना के चलते पूरे विश्व पर ताला पड़ गया है और सारी गतिविधियाँ ठहर से गयी हैं, इसी कड़ी में देश में भी लॉकडाउन जारी हैं और सरकार के साथ ही पूरा प्रशसनिक अमला इसकी रोकथाम के लिए दिन रात कार्य कर रहा है| उत्तर प्रदेश, झारखण्ड एवं बिहार में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों को अपने गृह राज्यों तक पहुंचाने के लिए, राज्य सरकारों के अनुरोध पर विशेष ट्रेनें चलायी जा रही हैं। भारतीय रेल द्वारा सम्बंधित राज्य सरकारों से पारस्परिक सामंजस्य स्थापित करते हुए प्रवासी श्रमिको को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के द्वारा उन्हें उनके गंतव्य तक पहुँचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

इसी कड़ी  में पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की मण्डल रेल प्रबन्धक डॉ0 मोनिका अग्निहोत्री के कुशल नेतृत्व में श्रमिक स्पेशल से आने वाले श्रमिकों एवं उनके परिवारजनों को मण्डल के लखनऊ जं0 गोरखपुर जं0, बस्ती, गोण्डा जं0 बलरामपुर एवं सीतापुर स्टेशनों पर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर उनके गंतव्य स्थानों तक सकुशल पहुँचाने का कार्य पूर्ण निष्ठा एवं प्रतिबद्धता के साथ किया जा रहा है। अभी तक देश के विभिन्न राज्यों से लखनऊ मण्डल के लखनऊ जं0 स्टेशन पर 02, बस्ती स्टेशन पर 15, गोण्डा जं0 स्टेशन पर 27, बलरामपुर स्टेशन पर 01, सीतापुर स्टेशन पर 06 एवं गोरखपुर जं0 स्टेशन पर सबसे अधिक 51 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों सहित कुल 102 श्रमिक स्पेशल गाड़ियों से लगभग 1,26,000 यात्रियों का आगमन हो चुका है।

लखनऊ मंडल द्वारा चरणबद्ध तरीके से चिकित्सीय परीक्षण एवं सुरक्षा के कड़े इन्तेजामों के तहत स्टेशन पर रेलवे अधिकारी, सुपरवाइजर, रेलवे सुरक्षा बल, जी०आर०पी० तथा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के सदस्य एवं टिकट चेकिंग स्टाफ मुस्तैदी से तैनात है। यात्रियों को ट्रेन से उतारते समय सामजिक दूरी का पालन कराने के लिए प्लेटफार्म पर बैरकेडिंग के साथ, एक -एक मीटर की दूरी पर मार्किंग की गयी है। इसके अतिरिक्त पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम द्वारा निर्देशों की लगातार उद्घोषणा भी की जा रही है। मेडिकल टीम द्वारा ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग के पश्चात उनका विवरण रजिस्ट्रेशन काउंटर पर दर्ज किया जा रहा है। जहाँ से उन्हें सीधे जिला प्रशासन द्वारा बसों के माध्यम से  अपने गंतव्य स्थान में भेजा जा रहा है।

Posted By:- Amitabh Chaubey