“मेडिकल कॉलेज” की लापरवाही से गयी “गर्भवती महिला” की जान

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गोरखपुर (जनमत) :- गोरखपुर के बी. आर. डी.  मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही और मानवता को शर्मसार कर देने का मामला सामने आया है। सिद्धार्थनगर से इलाज कराने पहुंची गर्भवती का डॉक्टरों ने 5 घंटे तक इलाज ही नहीं किया। डॉक्टर और कर्मचारी ओपीडी का पर्चा बनवाने के लिए उसे एक काउंटर से दूसरे काउंटर दौड़ाते रहे। समय से इलाज नहीं मिलने से गर्भवती की तड़प कर मौत हो गई। इसके बाद नाराज परिवार वालों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया। बी .आर .डी . के डॉक्टरों की मनमानी देख उनके समर्थन में इलाज कराने पहुंचे दूसरे मरीजों के तीमारदार जुट गए। मामला बढ़ता देख बीआरडी प्रशासन बैकफुट पर आ गया। इस बीच पुलिस भी पहुंच गई।

केस दर्ज कराने से पीछे हट गया परिवार
पुलिस ने परिवार के लोगों को काफी समझाकर मामला शांत कराया। हालांकि बाद में परिवार के लोग केस दर्ज कराने से पीछे हट गए। गर्भवती की मौत के बाद बी. आर. डी. प्रशासन की संवेदनशीलता जाग गई। पीड़ित परिवार को एम्बुलेंस मुहैया कराया। इसके बाद परिवार के लोग महिला का शव लेकर वापस गांव चले गए।

7 महीने की गर्भवती थी चंद्रा
सिद्धार्थनगर की रहने वाली गर्भवती चंद्रा त्रिपाठी थी। उसे पति संदीप और भाई बृहस्पति त्रिपाठी लेकर शुक्रवार को बी. आर. डी. मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे। पहले उन्होंने सुपर स्पेशियलिटी में OPD का पर्चा कटवाया। वहां इलाज नहीं मिला। फिर मेडिसिन में इलाज कराने के लिए दोबारा पर्चा कटवाने के लिए कतार में लगे रहे। इस दौरान पुराने ओपीडी के पास गर्भवती दर्द से कराहती रही।

सांस लेने में हो रही थी तकलीफ
पति संदीप त्रिपाठी ने बताया कि पत्नी 7 महीने की गर्भवती थी। गुरुवार की रात में सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके साथ ही उसके पेट में दर्द हो रहा था। पहले उसे लेकर सिद्धार्थनगर के जिला अस्पताल पहुंचे। वहां इलाज से आराम नहीं मिला। शुक्रवार के तड़के डॉक्टरों ने गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया।

विभागों के चक्कर लगाते रहे परिजन
संदीप ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर पत्नी को लेकर बी. आर. डी. के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। पहले मरीज को मेडिसिन वार्ड में भेजा गया। जहां मौजूद डॉक्टर व कर्मचारियों ने हृदयरोग विभाग में इलाज कराने की सलाह दी।

पर्चा बनवाकर डॉक्टर से लिखवाओ, फिर करेंगे भर्ती
इसके बाद मेडिसिन वार्ड से कराहती गर्भवती को लेकर सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में पहुंचे। यहां दो घंटे की कवायद के बाद ओपीडी पर्चा बना। कतार में लग कर डॉक्टर के पास पहुंचे। हृदयरोग विभाग के डॉक्टर ने जांच कर बताया कि मामला मेडिसिन का है। इसे फौरन मेडिसिन विभाग के 14 नंबर वार्ड में ले जाओ। वार्ड में कर्मचारियों व डॉक्टरों ने सीधे भर्ती करने से इनकार दिया। उन्होंने कहा कि OPD का समय है। पर्चा बनवाकर डॉक्टर से लिखवालों। इसके लिए एक बार फिर ओपीडी की कतार में लगा। इसी दौरान पत्नी की मौत हो गई।

Reported By – Ajeet singh 

Published By – Vishal Mishra