संदिग्ध परिस्थितियों में दलित युवक की लाश हुई “बरामद”…

UP Special News

अलीगढ़  (जनमत) :- उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना विजयगढ़ इलाके के गांव खुआ नगला में संदिग्ध परिस्थितियों में एक दलित विकलांग युवक की लाश कुएं में बरामद हुई थी। कुएं में लाश बरामद होने के बाद मृतक के छोटे भाई ने पुलिस के ऊपर उसके भाई का पोस्टमार्टम होने के बाद डेड बॉडी नहीं सौंपने का सनसनीखेज आरोप लगाया गया है। मृतक के छोटे भाई ने अलीगढ़ पुलिस पर आरोप लगाया है कि 3 दिन से लापता उसके भाई की डेड बॉडी कुएं से बरामद हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसके भाई की डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराया और पोस्टमार्टम कराने के बाद उसके भाई के डेड बॉडी को उसे नहीं सौंपा गया। जिसके बाद पुलिस ने गांव के मौजूदा ग्राम प्रधान के साथ मिलकर उसके भाई की डेड बॉडी का देर रात में ही खेतों में ले जाकर अंतिम संस्कार करते उसके भाई की चिता जला दी गई। मृतक के छोटे भाई द्वारा पुलिस के ऊपर अंतिम संस्कार करने के दौरान मृतक के भाई का शव जलाए जाने को लेकर लगाए गए इस सनसनीखेज आरोप के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं।

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के थाना विजयगढ़ इलाके के गांव खुआ नगला निवासी दलित विकलांग युवक महेश 3 दिन से अपने घर से लापता था। जिसके बाद 3 दिन से लापता महेश की लाश कुएं के पास से गुजर रहे राहगीरों को बदबू आने के बाद कुएं में पड़ी हुई मिली थी। राहगीरों ने कुए के अंदर लाश पड़ी होने की सूचना पुलिस को दी थी सूचना पर पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची थी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने 2 घंटे के करीब रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए मृतक की डेड बॉडी को कुएं से बाहर निकालते हुए शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए डेड बॉडी भेज दी गई थी।

लापता विकलांग युवक की लाश कुएं से बरामद होने के बाद मृतक के छोटे भाई ललित ने अलीगढ़ पुलिस के ऊपर अपने भाई की लाश का पोस्टमार्टम कराने के बाद डेड बॉडी नहीं सौंपने और प्रधान के साथ मिलीभगत का उसके भाई का परिवार की बिना मर्जी के प्रधान के हाथों खेतों में अंतिम संस्कार करने का आरोप लगाया गया है। मृतक महेश के छोटे भाई ललित का आरोप है कि उसका भाई महेश अपने घर से पिछले 3 दिन से लापता था जबकि वह अपने घर से दूर हरियाणा राज्य के फरीदाबाद में मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता है। आरोप है कि उसके बड़े भाई की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं से बरामद होने की सूचना उसको दी गई थी। भाई की मौत की खबर सुनकर वह फरीदाबाद से अलीगढ़ पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गया। जहां पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस उसके भाई की डेड बॉडी को गांव ले जा चुकी थी। भाई की डेड बॉडी को गांव ले जाने की बात पता चलते ही परिवार के लोग दौड़कर गांव पहुंच गए लेकिन उनके गांव पहुंचने से पहले ही पुलिस ने ग्राम प्रधान के साथ मिलकर परिवार की बिना मर्जी के खेतों में उसके भाई का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस द्वारा परिवार की मर्जी के खिलाफ मृतक के बड़े भाई की डेड बॉडी का किए गए अंतिम संस्कार के बाद परिवार के लोगों को पुलिस ने अंतिम बार उसके भाई का चेहरा भी नहीं देखने दिया गया।

मृतक महेश की बहन का आरोप है कि उसके भाई की लाश कुएं में होने की सूचना मिलने के बाद वह गांव पहुंची तो पता चला कि उसके भाई की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम कराने के लिए ग्रामीणों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम हाउस ले जाया गया है। मृतक की बहन का आरोप है कि उसके भाई की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए अलीगढ़ भेजने के बाद वह थाने पहुंची। जहां थाने में मौजूद इंस्पेक्टर से बातचीत करने के दौरान इंसपेक्टर से उसने कहा कि वह अपने भाई की लाश लेना चाहती हूं। लेकिन भाई की लाश मांगने के बावजूद भी पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर परिवार की बिना मर्जी के उसके भाई की डेड बॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया गया जिसके चलते आखिरी बार भी उसके भाई का चेहरा भी अंतिम बार नहीं देखने दिया गया।

REPORT- AJAY KUMAR… 

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…