वृक्षारोपण हमारी आगामी पीढिय़ों के लिए है “जरूरी”…

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ललितपुर (जनमत):- कलेक्ट्रैट सभागार में जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति, जिला गंगा समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि वृक्षारोपण हमारी आगामी पीढिय़ों के लिए बेहद जरुरी है, इसलिए अधिक से अधिक वृक्ष लगायें। सभी अधिकारी योजनाओं के लाभार्थियों एवं किसानों से भी वृक्षारोपण करायें तथा पौधे लगाकर उनकी सुरक्षा का संकल्प भी लें। शासन के निर्देशानुसार जनपद में वृहद वृक्षारोपण किया जाना है, इसके लिए स्थान चिन्हीकरण एवं गड्डा खुदान की शत-प्रतिशत सूचना आज ही वन विभाग को उपलब्ध करा दें। उन्होंने कहा कि अधिकारी व्यक्तिगत रुचि लेकर वृक्षारोपण करायें, जिस प्रकार घर पर करते हैं। समस्त विभाग वृक्षारोपण स्थलों में से तीन स्थलों को मॉडल के रूप में विकसित करें।

जिलाधिकारी ने उद्योग विभाग को निर्देश दिए कि वह चयनित औद्योगिक क्षेत्र में बाउंडरी के भीतर मियावाकी पद्यति से वृक्षारोपण करें, जिससे सीमित स्थान में अधिक से अधिक वृक्षारोपण किया जा सके। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को स्थलवार वृक्षारोपण एक्शन प्लान, गढ्डा खुदाई कार्य, वृक्षारोपण हेतु पौध की व्यवस्था, नर्सरी चिन्हांकन, जनपद की स्वयंसेवी संस्थाओं से सम्पर्क कर वृक्षारोपण में अधिकतम जनसहभागिता, पौधशालाओं से रोपण स्थल तक पौधों को पहुंचाना, प्रत्येक रोपण स्थल पर स्मार्टफोन से फोटोग्राफी की व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं आज ही सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि बयाना नाले से झांसी वाईपास व पाली से पीरघाट मार्ग पर भी वृक्षारोपण कराया जाए। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को निर्देश दिए की वह जनपद में संचालित नहरों के किनारे से पीला बांस एवं कम ऊँचाई वाले प्रजाति के पौधे का वृक्षारोपण करें, जनपद में बांस की उत्पादकता अच्छी है, इसे वृक्षारोपण के माध्यम से और बढ़ावा दिया जाए, ताकि लोगों को बांस के उत्पादों से रोजगार मिले। उन्होंने निर्देश दिये कि चारागाहों की भूमि पर घांस के साथ-साथ वृक्षारोपण करायें.

जिससे पशुओं को चारा के साथ प्राकृतिक वातावरण भी मिल सके। जिला पर्यावरण एवं जिला गंगा समिति में जिलाधिकारी ने निर्धारित एजेंडा के अनुसार जिन विभाग ने सूचना प्रदान नहीं की है, को तत्काल सूचना वन विभाग को प्रेषित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने ग्राम सभा की खली पड़ी भूमि जैसे चारागाह आदि में घास प्रजाति एवं अन्य चारा के लिए उपयुक्त वृक्ष प्रजातियों का वृक्षारोपण किये जाने के निर्देश दिए। वृक्षारोपण की दिनांक मानसून आने पर शासन से निर्धारित होंगी, जिससे ससमय समस्त विभागों को अवगत करा दिया जाएगा। प्रभागीय निदेशक गौतम सिंह द्वारा शासन द्वारा निर्गत निर्देशों के क्रम में अन्य विभागों द्वारा निर्धारित प्रारूप में वृक्षारोपण कार्य योजना दो दिन के भीतर प्रेषित करने के लिए कहा गया ताकि ससमय नर्सरी से पौधों का प्रजातिवार वितरण किया जा सके। उन्होंने जनपद में नंदन वन, ग्राम वन एवं आयुष वन प्रत्येक को 1.0 हे0 क्षेत्रफल में स्थापित करने हेतु अवगत कराया, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका एवं पंचायती राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वह शहरी क्षेत्र में नंदन वन एवं ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम वन हेतु भूमि का चयन कर सूचना वन विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देशित किया गया कि वह सड़क के दोनों किनारों के पास एक ही प्रजाति जैसे पलाश, गुलमोहर आदि का वृक्षारोपण करें एवं वृक्षारोपण का शुभारम्भ सासंद, विधायक एवं अन्य जन प्रतिनिधि द्वारा कराया जाए। बैठक में सीडीओ, डीएफओ, डीसी मनरेगा, डीडी-एजी, डीपीआरओ, डीएसटीओ, ईओ नगर पालिका, उपप्रभागीय वनाधिकारी, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, डीएसओ, एआर-कोरपोरेटिव एवं जनपद स्तर के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

REPORT- S.K SHARMA…

PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL..