अयोध्या (जनमत):- अयोध्या के महंत धर्मदास ने रामनिवास मंदिर की खरीद बिक्री को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब इस मंदिर को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है तो कोई इसका महंत कैसे हो गया। अगर कोई महंत मंदिर की सम्पत्ति को बेचता है तो वह महंत नहीं है। क्योंकि मंदिर भगवान का घर है और भगवान का घर बेचने का अधिकार किसी को नहीं है। वही धर्मदास ने कहा कि अगर राम मंदिर के निर्माण के लिए भी सीमांकन व नक्शे में कोई मंदिर अगर आता है। तो यह बात तो समझ में आती है। अगर मंदिर के स्थान को लिया जा रहा है।
तो उसको पहले कहीं स्थापित किया जाए और उस मंदिर की संपत्ति को संरक्षण करवाएं। अभी तो जो भी है रामजी की संपत्ति को बेच रहा है खरीद रहा है अवैधानिक रूप से अभी बहुत से मंदिरों को कब्जा किया जा रहा है। 420 ई करके। अभी अयोध्या में चारों तरफ से हाहाकार मचा हुआ है। जबसे राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। वही आरोप लगाते हुए कहा कि चाहे वह ट्रस्ट के लोग हो या अन्य लोग हैं हर लोग जमीन कब्जा करने में लगे हुए हैं यह बहुत ही गलत है। पहले भगवान के संपत्ति है पहले भगवान की व्यवस्था है तो भगवान के हिसाब से रखें। और कहा कि ट्रस्ट पहले लिखकर के दें कि कितने स्थानों को नष्ट करेगा क्योंकि पूरी अयोध्या की जनता त्राहिमाम कर रही है।
वही महंत धर्मदास ने इस मामले की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन देकर शिकायत करने की बात कहीं। राममंदिर परिसर के विस्तार को लेकर मंदिर ट्रस्ट के द्वारा अन्य मठ मंदिर को लिया जा रहा है। इसी क्रम में रामकोट स्थित रामनिवारस मंदिर को खरीदने की बात भी सामने आयी है। जिसको लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है। वहीं ट्रस्ट द्वारा अन्य मंदिरों पर कब्जा करने का आरापे भी लगाया है।