बेंगलुरु के पुतंगहल्ली मंदिर में 75 लोगों ने मिलकर तैयार किए गणपति

Life Style

लाइफस्टाइल (Janmat News): बेंगलुरु के पुतंगहल्ली मंदिर में 9 हजार नारियल से इको फ्रेंडली गणेश का निर्माण किया गया है। इस भव्य प्रतिमा की ऊंचाई 30 फुट है। इसे 75 लोगों ने मिलकर 25 दिन में तैयार किया है। प्रशासन समिति ने प्रतिमा ही नहीं पूरे मंदिर की सजावट भी इकोफ्रेंडली तरीके से की है।

रंग-बिरंगी सब्जियों से सजा मंदिर

  1. मंदिर को सजाने के लिए 20 तरह की सब्जियों का इस्तेमाल किया गया है। इनमें लौकी, कद्दू, बैंगन, मूली और गाजर जैसी सब्जियों शामिल हैं। मंदिर में भगवान गणेश की प्रतिमा 5 दिनों तक स्थापित रहेगी। रंग-बिरंगी सब्जियाें ने मंदिर की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए हैं।
  2. प्रसाद में बांटे जाएंगे नारियल

    मंदिर में आने वाले भक्त ने बताया कि पंडाल सजाने में इस्तेमाल में हुईं सब्जियों को दोबारा उपयोग में लाया जाएगा। वहीं प्रतिमा में इस्तेमाल हुए नारियलों को भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा। मंदिर में प्रसाद बांटने की पंरपरा भी अनूठी है। हर साल यहां गणपति और पंडाल में इस्तेमाल फल और सब्जियों को उत्सव के बाद प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।

  3. पिछले साल 5 टन गन्नों से बनाई थी गणेश मूर्ति

    पिछले साल भी मंदिर में इकोफ्रेंडली गणेशजी की स्थापना की गई थी। जिसे नारियल की जगह 5 टन गन्नों से तैयार किया गया था। प्रतिमा की ऊंचाई 30 फीट थी। नारियल, फल और फूलों से मंदिर को सजाया गया था। देशभर में इकोफ्रेंडली गणेश को तैयार करने का ट्रेंड बढ़ रहा है। पिछले साल कई जगहों पर केले से गणपति का निर्माण किया गया था।

Posted By: Priyamvada M