बाढ़ के चलते लोग चूहे खाने को हैं मजबूर…

देश – विदेश

देश/विदेश (जनमत) :- हर साल की तरह इस साल भी बिहार में बाढ के कहर ने आम जनमानस के जीवन को बर्बाद करके रख दिया है. वहीँ बाढ़ के चलते एहतियातन, रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है। व समस्तीपुर रेल मंडल के दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड में रेलवे की पटरियों पर बाढ़ का पानी भर गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव का काम तेजी से किया जा रहा है। बाढ़ में डूब कर मरने वालों की संख्या बढ़कर 55 हो गई है।

वहीँ इस त्रासदी से विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना पक्ष रखा और बताया कि ये फ्लैश फ्लड है। समय से पहले बाढ़ आई है और इसके बाद सुखा भी हमारे लिए चुनौती बनेगा। प्राकृतिक आपदा पर किसी का नियंत्रण नहीं है। प्रदेश के 12 जिलों में बाढ़ की आफत है और अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है।हालाँकि सीएम ने बताया कि काफी दिनों के बाद बिहार और नेपाल में समय से पहले इतनी वर्षा हुई है।सीएम के मुताबिक मैं आश्वस्त करता हूं कि राहत में कोई कमी नहीं होगी। मैंने संबधित जिलों के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर काम करने का निर्देश दिया है. वहीँ इस पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बाढ़ त्रासदी को लेकर एक बार फिर से सरकार पर हमला बोला है। विधान परिषद में राबड़ी ने कहा कि बिहार में रोज बांध टूट रहा है लेकिन, नीतीश कुमार सिर्फ हवाई दौरा कर रहे हैं। खाने को जब सरकार कुछ नहीं देगी तो लोग चूहे ही खाएंगे। नीतीश को सड़क मार्ग से जाकर बाढ़ की स्थिति देखनी चाहिए। तभी हकीकत का पता चलेगा। लोगों के लिए ना तो खाने के सामान गिराए जा रहे हैं और ना ही पीने का पानी। बाढ़ से पीड़ित लोग चूहा खाने के लिए मजबूर हैं।