सपा-बसपा के “गठबंधन” का आखिरकार हुआ “अंत”…

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राजनीति (जनमत) :-  लोकसभा चुनाव के नतीजों ने ही बसपा-सपा के गठबंधन को लेकर जहाँ इसके भविष्य पर सवालिया निशान लगा दिया था वहीँ अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने मीडिया को सबोधित करते हुए एलान किया कि बसपा विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ेगी। हालांकि, उन्होंने गठबंधन जारी रखने के लिए शर्तें जोड़ दी हैं। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा का वोट बसपा में ट्रांसफर नहीं हुआ। यही कारण है कि यादव परिवार के डिंपल, धर्मेंद्र व अक्षय भी चुनाव हार गए। मायावती ने कहा कि अखिलेश अपने कार्यकर्ताओं को मजबूत करें.

उन्होंने कहा कि बसपा एक मिशनरी, अनुशासित व कैडर आधारित पार्टी है जबकि सपा में अभी काफी सुधार की जरूरत है।  उन्होंने उपचुनाव में अकेले लड़ने का एलान करते हुए कहा कि गठबंधन हमेशा के लिए समाप्त नहीं हो रहा है। वहीँ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस विषय में अपना बयान ज़ारी कर दिया है, और बताया है कि हमारी भी राजनीतिक मजबूरियां हैं जिसे नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता है.  साथ ही बताया कि इस उपचुनाव में सपा भी पूरी मजबूती के साथ अलग चुनाव लड़ेगी.