खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य को पुलिस ने उनके घर में किया नजर बंद

खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य को पुलिस ने उनके घर में किया नजर बंद

UP Special News राजनीति

चन्दौली(जनमत):- जनपद चन्दौली से है जहां प्रदेश में अराजकता को लेकर दस सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को जिलाधिकारी को महामहिम राज्यपाल के नाम कार्यकर्ताओं  के साथ पत्रक सौपने जा रहे खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य संतोष यादव को पुलिस ने उनके घर में ही नजर बंद कर रोक दिया। हालांकि सपा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचने पर पड़े रहे ।

सपा कार्यकर्ता प्रदेश में समस्त सड़कों की हालत गड्ढा मुक्त की जगह गड्ढा युक्त हो गई है, किसानों को खाद नहीं मिल रही है इसके बदले कालाबाजारी हो रही है, प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार का बोलबाला है, सरकारी आईटीआई कॉलेजों को निजीकरण किया जा रहा है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है, कोविड-19 महामारी में वंदे स्कूल भी अभिभावकों से जबरदस्ती फीस वसूल रहे हैं, सपा सांसद आजम खां को फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल मैं डाल दिया गया है, प्रदेश में अपराध अपराधियों के हौसले बुलंद है। जिस पर सरकार पूरी तरह विफल हो रही है।

आम जनमानस परेशान है। आदि 10 सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य संतोष यादव के नेतृत्व में साइकिल यात्रा के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के नाम का पत्रक जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल को कलेक्ट्रेट जाकर सौंपना था। इसकी जानकारी जैसे ही प्रशासन को लगी उनके आवास पर पहुंच कर उनके समर्थकों के साथ नजर बंद कर दिया गया। बावजूद इसके कार्यकर्ता  कलेक्ट्रेट पहुंचने पर अड़े रहे । बाद में  कोई सक्षम अधिकारी  को घर पर ही  पत्रक सपने पर अड़ गए।हालांकि घंटो बाद पहुंचे मुगलसराय एसडीएम सीपू गिरी व सीओ सदर कुंवर प्रभात सिंह के समझाने बुझाने के बाद इनको घर पर ही पत्रक सौंपना पड़ा। इस दौरान मुगलसराय कोतवाल शिवानंद मिश्रा अलीनगर एस ओ  बृजेश चंद तिवारी के साथ पीएससी के जवानों भारी पुलिस बल मौजूद रही।

जैसा कि आप देख सकते है पत्रक सौंपने जा रहे खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व सदस्य संतोष यादव को रोकने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के साथ पीएसी तैनात रही। अलीनगर इनके आवास से लेकर सकलडीहा मोड़ पचफेड़वा आदि जगहों पर भारी पुलिस बल के जवान तैनात किए गए थे। वही संतोष यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने विफलता को छुपाने के लिए तानाशाही रवैया अपनाते हुए लोकतांत्रिक तरीके से अपने बात को कहने पर भी प्रशासन के बल पर रोक लगाई जा रही है। लेकिन इस तानाशाही रवैया से जनता पूरी तरह परेशान हो चुकी है। समाजवादी कार्यकर्ता ईट का जवाब पत्थर से देने को तैयार है।

Posted By:-Umesh Singh