जिले में पुराणी किताबों से हो रहा पठन-पाठन का कार्य

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सिद्धार्थनगर (जनमत ) :- सिद्धार्थनगर जिले के सरकारी जूनियर और प्राथमिक विद्यालयों में अभी तक पाठ्य पुस्तकें बच्चों में वितरित नहीं की जा सकी है।स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएं पुरानी किताबो से ही बच्चों में वितरित करके किसी तरह पठन-पाठन का कार्य कर रही हैं। बच्चों के किताब में मिल रही देरी के बारे में जिले के जिम्मेदारों का कहना है कि कुछ हजार किताबों की पहली खेप जिले में आ चुकी है जल्द ही इनका वितरण स्कूलों में कराया जाएगा।

 

 

सिद्धार्थनगर जिले के बच्चों को शिक्षित करने के लिए जिले में कुल 2262 परिषदीय विद्यालय हैं। इन विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए 21 लाख किताबों की जरूरत है। लेकिन स्कूलों में अभी तक बच्चों को किताब उपलब्ध नहीं हो पाई है। जिसकी वजह से बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अब तक किताब ना मिलने से बच्चों को पढ़ाने में स्कूल की शिक्षिकाओं को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ता है इसके बारे में शिक्षिकाओं ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से उनके पिछले क्लास की किताबों को जमा करा लिया गया है उन्हीं  किताबों को बच्चों में वितरित कर किसी तरह काम चलाया जा रहा है।

वही स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों ने कहा कि स्कूल की टीचर्स ने उनको पुरानी किताबें दी हैं जो कि सारे बच्चों के लिए नाकाफी हैं । बहुत से बच्चे ऐसे भी हैं जिनको अभी तक किताबें नहीं मिल पाई है जिन बच्चों के पास किताब नहीं है बे सिर्फ स्कूल में ही पढ़ाई करते हैं घर जाकर पढ़ाई करने में उन्हें काफी दिक्कतें होती हैं। स्कूल के बच्चों और शिक्षकों ने सरकार से जल्द से जल्द किताब में उपलब्ध कराने की मांग की है।

Reported By – Dhramveer Gupta 

Published By – Vishal Mishra