पुलिस की फ़र्ज़ी मुठभेड़ आई सामने, आरोपी पक्ष ने डीएम से की शिकायत

पुलिस की फ़र्ज़ी मुठभेड़ आई सामने, आरोपी पक्ष ने डीएम से की शिकायत

CRIME UP Special News

रामपुर(जनमत):- उत्तर प्रदेश के जिले रामपुर में पुलिस द्वारा बदमाशो से की गई  मुठभेड़ फ़र्ज़ी बताई जा रही है दरसअल पुलिस ने आरोपियों को 21जनवरी में ही  गिरफ्तर कर लिया था, उसके बाद उन्ही आरोपीयो से पुलिस 27 जनवरी की सुबह बदमाश दिखा कर मुठभेड़ कर उनके पैरों में गोली मारकर एनकाउंटर दिखा रही है जिसकी शिकायत आरोपी पक्ष के लोगो ने सबूत के साथ डीएम रामपुर से की है। जिसमे डीएम ने उनकी बात सुनते हुए एसपी रामपुर से घटना की रिपोर्ट मांगी है। ओर मीडिया को दिए वर्जन में कहा ही कि इसकी जांच पुलिस रिपोर्ट आने के बाद ही कराई जाएगी।

दरसअल 20 जनवरी को कोतवाली शाहबाद क्षेत्र के मितरपुर गांव में गन्ने के  खेत मे नाबालिक लड़की का शव मिला था,, जिसमे पुलिस ने बिना खुलासा करते हुए  उस लड़की के हत्यारों के साथ 27 जनवरी की सुबह को बदमाश बता कर मुठभेड़ दिखा कर उनके पैरों में गोली मारकर उनका एन्काउंटर कर दिया,  बदमाशो को घायल अवस्था मे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मौके पर 1 अवैध तमंचा व बाइक बरामद भी दिखाई है।

जबकि इस मामले में  सच्चाई  जानने  के लिए हम घटना स्थल से लेकर गांव पहुचे जहाँ गांव के वर्तमान प्रधान से  लेकर ग्रामीण से वार्ता की तो उन्होंने सच्चाई बताई की पुलिस ने गांव के तीन लोगों को हत्या के शक में 21 जनवरी  को ही उठा लिया था, बाद में 27 जनवरी की सुबह में पुलिस उनके साथ मुठभेड़ दिखा रही है। यह फ़र्ज़ी मुठभेड़ की  गई है। जिसकी जांच होनी जरूरी है। पुलिस आरोपी बाबू बैग को बदमाश दिखा रही है जबकि उसके ऊपर आज तक कोई एफआईआर दर्ज नही हुई।

वही पीड़ित के मूताबिक 20 जनवरी 2020 को ईख के खेत मे लड़की की लाश मिली थी,जिसमे 21 जनवरी को पीड़ित के लड़के बाबू बेग को गांव वालों के सामने ले गई बाद में पुलिस ने उसके बूरी तरह पिटाई कर हत्या करने का जुर्म इकबाल कराया जबकि ,, उसके बाद 27 जनवरी को   पुलिस ने बब्बू के साथ 1 अन्य लड़के हिसारउद्दीन को बदमाश दिखा कर फ़र्ज़ी मुठभेड़ व एन्काउंटर में गोली मार दी, तीसरे लड़का फैसल को लड़की के साथ बलात्कार के असफल प्रयास में हत्या करने के आरोप में फ़र्ज़ी वाड़ा किया है। जिसमे कई सबूत पुलिस के खिलाफ है, अगर यह तीनों लड़के दोषी है तो पुलिस ने इसका खुलासा क्यूँ नही किया और हत्या की वजह क्यूँ नही बताई,  साथ ही पुलिस इन्हें बदमाश दिखा रही है जबकि इनके ऊपर कोई एनसीआर तक भी दर्ज नही है।

वहीँ एसपी रामपुर संतोष कुमार मिश्रा ने पकड़े गए सभी लोगो को   बदमाश बताया है और मुठभेड़ व  एन्काउंटर करने की बात कही है। जबकि परिजनों का आरोप है कि कोई भी अपराधिक इतिहास नही है। पुलिस ने पहले गिरफ्तर किया बाद में मुटभेड़ दिखाई। वहीँ आरोपी पक्ष के लोग चीख चीख कर बोल रहे है कि पुलिस ने षड्यंत्र रचा कर उनके बेहगुनाह बच्चो को फॅसाया है,, इसमे जांच होनी चाहिए। फिहाल इस मामले में अभी कोई भी जाँच डीएम की तरफ से नही कराई गई है जिसे पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे है।

Posted By:- Abhishek Sharma