भीषण गर्मी में पेयजल और विद्युत आपूर्ति का संकट बरकरार

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ललितपुर(जनमत):- बुन्देलखण्ड विकास सेना की एक आवश्यक बैठक स्थानीय कंपनी बाग में उपाध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा की अध्यक्षता में आहूत की गई। बैठक में नगर की ध्वस्त विद्युत सप्लाई और पेयजल संकट के कारण मचे हाहाकार पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई। बैठक में जिलाधिकारी से मांग की गई कि ललितपुर जनपद उ.प्र. में सबसे ज्यादा विद्युत उत्पादन हब है तथा साथ ही प्राकृतिक जल के संचय के लिए सबसे अधिक बांध इसी जनपद में मौजूद हैं। परन्तु बिडम्बना है कि जहाँ एक ओर ये उपलब्धियाँ हमारे जनपदवासियों को पूरे प्रदेश में गौरवान्वित करती हैं तो वहीं दूसरी ओर विद्युत विभाग और जलसंस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों की अकर्मण्यता, उदासीनता के कारण भीषण शर्मिन्दगी का भी अहसास करा रही हैं।

गर्मी के मौसम में भारी अघोषित विद्युत कटौती तथा कई दिनों, सप्ताह तो क्या महीनों तक नगर के विभिन्न मुहल्लों में अनियमित व पेयजल आपूर्ति के कारण नगरवासियों को खासी मुश्किलों का सामाना करना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि ललितपुर शहर की जनता बूंद बूंद पानी को तरस रही है और जब कभी कुछ मिनटों के लिए पानी आता है स्वच्छ पानी की जगह गन्दा, बदबूदार पानी आता है जिसके कारण संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

इसके अलावा उन्होंने बिजली कटौती के सम्बन्ध में कहा कि ललितपुर जनपद में ऊपर से तो बिजली भरपूर आ रही है परन्तु स्थानीय विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण जनपद और शहरवासियों को पूरी तरह बिजली नहीं मिल पा रही है। बिजली तारों और ट्रान्सफार्मरों के मेन्टीनेन्स नहीं होने के कारण आये दिन फाल्ट होते रहते हैं जिसके कारण अघोषित कटौती होती रहती है।

शिकायत करने या लाईट न आने का कारण पूछने पर उपभोक्ताओं से दुर्व्यवहार किया जाता। जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी अपने फोन बन्द किए रहते हैं। उन्होंने कहा कि विद्युत विभाग उपभोक्ताओं की परेशानियों को गम्भीरता से लेकर विद्युत विभाग तथा पेयजल संकट को लेकर जल संस्थान उनका निराकरण करने हेतु अपनी कार्यप्रणाली में सुधार कर ले नही तो बुन्देलखण्ड विकास सेना उग्र आन्दोलन छेडऩे के लिए बाद्ध हो जायेगी। बैठक में फूलचंद रजक, कदीर खां, बी.डी.चन्देल, विनोद साहू, भैय्यन कुशवाहा, गफूर खां, के.पी. चन्देल, आकाश कुशवाहा, मिलन चौहान, प्रकाश, नंदराम कुशवाहा, अखिलेश राजपूत, प्रदीप साहू, कामता प्रसाद आदि मौजूद रहे।

PUBLISHED BY – GAURAV UPADHYAY