पूर्वोत्तर रेलवे ने की “हस्ती” को बचाने की अनोखी पहल

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गोरखपुर(जनमत):- वन्य जीव क्षेत्रों में हाथियों के रेल लाइन पार करने के कारण होने वाली दुर्घटना के समाधान हेतु पांच  अधिकारियों के समूह जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे के डॉ0 राकेष भारती, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी/लेखा,एवं श्री अरविन्द कुमार, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर, वाराणसी सम्मिलित थे, भारतीय रेल राष्ट्रीय अकादमी, बड़ोदरा  में एक प्रेजेन्टेषन दिया कि मधुमक्खी ध्वनि तकनीक का प्रयोग करके हाथियों  के झुण्ड को रेल लाइन पर आने से रोका जा सकता है क्योंकि मधुमक्खी की तेज आवाज, हाथियों को विचलित करती है और वे अपना रास्ता बदल देते है।

इसलिये मधुमक्खी की तेज आवाज निकालने वाली मषीन लगायी जाय और गाड़ियों के आवागमन पर इस मषीन को संचालित किया जाय जिससे कि हाथियों का समूह रेलवे लाइन के समीप नहीं आयेगा और हाथियों एवं ट्रेनों की दुर्घटना हो रोका जा सकेगा। इस प्रजेन्टेषन पर इन अधिकारियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। इस  प्रोजेक्ट पर रेलवे बोर्ड स्तर से समीक्षा किये जाने के उपरान्त भारतीय  रेल वन क्षेत्रों में इस मषीन को लगाने पर विचार कर रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे के मैलानी परिक्षेत्र में वन क्षेत्रों में भी इस तकनीक का प्रयोग कर  रेल दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा।

Posted By:- Amitabh Chaubey