बेटे ने दो बच्चों की तलाकशुदा मां से रचाई शादी

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एटा(जनमत):- मामला एटा जिले के अलीगंज क्षेत्र का है जहां एक युवक को दो बच्चों की तलाकशुदा महिला से विवाह रचना मंहगा पड़ गया ।बताया तो ये भी जा रहा है कि दो बच्चों की तलाकशुदा महिला से शादी रचाने की वजह से माता-पिता ने उसे अपनी पैतृक संपत्ति से भी बेदखल कर दिया है। एक ओर जहां समाज में व्याप्त अन्य कुरीतियां समाप्त हो रही हैं, जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह अब पहले की तुलना कम हो गए हैं वही आश्चर्य की बात यह है कि आज भी तलालशुदा महिला से पुनर्विवाह, विधवा विवाह की समस्या वैसी ही बनी हुई है।

रही बात इस मामले की ये तो और भी गंम्भीर मामला जब हो गया जब एक युवक ने दो बच्चों की तलाक़शुदा महिला से शादी रचा ली।युवक अशोक गुप्ता ने दो बच्चों की तलाक़शुदा महिला से शादी क्या रचाई की मानो अपने ही बेगाने हो गए। युवक अशोक गुप्ता ने बताया कि उसकी पत्नी पिंकी तलाक़शुदा है और पहले से दो बच्चों की मां है।उसने अपनी मर्जी से पिंकी से शादी रचाई है ।पिंकी ने शादी करने से पहले युवक अशोक को पूरी सच्चाई बताई थी।

युवक ने बताया कि उसकी पत्नी कुशीनगर के हाटा की रहने बाली है।दोनों दिल्ली में रहकर मेकअप आर्टिस्ट का कार्य करते है।शादी से पहले दोनों अच्छी फ्रेंडशिप थी।फिर ये फ्रेंडशिप  प्यार में तब्दील हो गई।और इश्क इस तरह परवान चढ़ा की दोनों ने घरवालों और समाज की चिंता न करते हुए एक बर्ष पूर्व एक -दूसरे का साथ जीवन पर्यंत निभाने का फैसला लेते हुए गोरखपुर के दुग्धेश्वर नाथ मंदिर में अग्नि को साक्षी मानते हुए विवाह के पवित्र बंधन में बंधते हुए सात फेरे ले लिए।

 युवक अशोक ने बताया कि शादी से पूर्व सब कुछ ठीक था उसने अपने परिजनों को भी पूरे वाक्या से अवगत कराया था उसने ये भी बताया कि उसको तीसरा बेटा भी दो माह पूर्व हुआ है अब वह तीन बच्चों की मां है और भी तीन बच्चों का पिता उसे किसी भी प्रकार का कोई शिकवा -गिला नहीं है।लेकिन जैसे ही उसने तलाक़शुदा दो बच्चों की मां से विवाह रचाने की बात कही बैसे ही मालूम हुआ उसने बहुत बड़ा गुनाह कर दिया हो ।परिजनों ने नाराजगी जताते हुए हमेशा -हमेशा के लिए दोनों के अपने घर के दरवाजे बंद कर दिए ।वहीं अशोक के माता -पिता ने अपनी जमीन जायदाद से भी बेदखल कर दिया।

विवाहिता पिंकी बताया कि वह आज अपने दो माह के दुधमुंहे बच्चे और पति के साथ अपने ससुराल पहुंची तो ससुरालियों ने उसे धक्के मार कर घर से बाहर कर दिया। परिजनों से पीड़ित विवाहित जोड़े ने हाल में ही जन्मे अपने दो माह के बच्चे के साथ अलीगंज कोतवाली पहुंच कर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।पुलिस ने महिला की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है।लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही अंजाम तक नहीं पहुंची।

अंग्रेजी शासन में 1857 की क्रांति के इतिहास के पन्नो पर एक नजर जरूर डालना चाहिए जहां ईश्वर चंद्र विद्यासागर के काफी प्रयासों के बाद 1856 में हिन्दू विधवा पुनर्विवाह कानून को वैधता मिल सकी थी।क्योंकि पुर्नविवाह को लोग उस वक्त अशुभ और विधवा महिलाओं को कलंकित होने ठप्पा मार देते थे।इस कानून बनने के बाद महिलाओं पुनर्विवाह करने और समाज में इज्जत से जीने की आजादी मिली थी। लेकिन आज के इस युग में पिंकी और अशोक गुप्ता जैसे मामले इतिहास को दोहराते नजर आ रहे हैं जहां एक तरफ महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नए कीर्तिमान रच रही है सरकारें अभी महिलाओं के सशक्तिकरण और उन को सफल बनाने के लिए तमाम प्रयासों में जुटी हैं|

Posted By:- Amitabh Chaubey

Reported By:- Nand Kumar