अधिकारियों द्वारा बट्टा लगाने का खेल है जारी

अधिकारियों द्वारा बट्टा लगाने का खेल है जारी

UP Special News

फर्रुखाबाद(जनमत):- मुख्यमंत्री  योगी के भ्रस्टाचार पर प्रहार की मुहिम पर अधिकारियों द्वारा बट्टा लगाने  का खेल लगातार जारी है। इस बार खबर उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले की है। यहाँ  पर खेल कूद की किट को खरीद – फरोख्त में बड़ा भ्रस्टाचार हुआ है। हालांकि यह  भ्रस्टाचार जनपद के मुख्य विकास अधिकारी की पकड़ में भी आ चुका है जिसके बाद सीडीओ के निर्देश पर  मामले में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। बता दे कि  वर्ष 2018-19  में खेलकूद की किट खरीदने के लिए जिले के विद्यालयों को 5  हजार से  10  हजार रूपये  तक की धनराशि दी गई थी। प्राथमिक विद्यालय और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों द्वारा खेलकूद किट खरीदी गई थी। सीडीओ ने  जिले के 544 विद्यालयों के बाउचरों की जांच करवाई।

जांच में पता चला कि सभी  बिल बिना जीएसटी के बनाए गए है और  कुछ बिल हाथों से लिखे थे। 31 बिलों में  तो बिक्री की तारीख भी अंकित नही है साथ ही  19 बिल में बिल संख्या भी दर्ज नहीं है। 23 विद्यालयों की धनराशि व्यय के उपयोग प्रमाण पत्र हैं परंतु बिल  वाउचर नहीं पाए गए। रेलवे रोड फर्रुखाबाद की फर्म अग्रवाल स्पोर्ट्स एवं गिफ्ट सेंटर के द्वारा  खेलकूद किट उपलब्ध कराने का बिल बाउचर रुपए 3560, अवस्थी स्पोर्ट्स लुहाई  रोड फर्रुखाबाद के द्वारा रुपए 3720  और  पार्थ इंटरप्राइजेज रेलवे रोड  फर्रुखाबाद के द्वारा रुपए 3545 के बिल बाउचर उपलब्ध कराए गए। बिल कोटेशन में अंकित सामग्री उक्त धनराशि में ही खेलकूद किट की आपूर्ति की जा सकती है  जबकि संबंधित सभी फर्म के बिल बिना जीएसटी के धनराशि 5 हजार रुपयों के पाए  गए हैं।

खेलकूद सामान की खरीदारी उक्त फर्मों के अलावा निम्न फर्मों से भी  की गई है। फरहा इंटरप्राइजेज सकरावा छिबरामऊ कन्नौज, फ्रेंड्स स्पोर्ट्स  कानपुर रोड फतेहगढ़ फर्रुखाबाद। तनिष्का एंटरप्राइजेज नियर मदर इंडिया कोल्ड स्टोरेज ठंडी सड़क असगर रोड फर्रुखाबाद। अग्रवाल स्पोर्ट्स रेलवे रोड फर्रुखाबाद,अंश स्पोर्ट्स सुपर आफताब मार्केट कृष्णा टॉकीज रोड मैनपुरी। मेंसर्स एम जेड स्पोर्ट्स ग्राउंड फ्लोर जे-51 लक्ष्मी नगर दिल्ली, ब्रांच ऑफिस ओल्ड टैंक रोड बिसौली बदायूं के साथ ही कई अन्य फर्मो से भी खरीदारी की गई है। माना जा रहा है कि भ्रस्टाचार के इस खेल में प्रधान अध्यापको को मोटा कमीशन मिला है। हालांकि अब ऐसे लोगो के खिलाफ कार्रवाई की तलवार लटक चुकी है।