दरवाजे के नीचे दबकर एक बच्चे की मौत,तीन बच्चों की हालत नाजुक

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अलीगढ़(जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ की अतिसंवेदनशील ऊपरकोट कोतवाली इलाके के भुजपुरा में देर रात उस वक्त एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जब एक मकान का दरवाजा भरभराकर एक ही परिवार के चार बच्चों के ऊपर गिर गया। खाली प्लॉट के मकान का दरवाजा गिरते ही दरवाजे के नीचे खेल रहे चार बच्चे मलबे के नीचे दब गए जिसमें एक बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि तीन बच्चे खून से लथपथ होते हुए गंभीर रूप से घायल हो गए। एक ही परिवार के चार बच्चों के ऊपर मकान का दरवाजा गिरते ही बच्चों की चीख निकल गई। खाली पड़े प्लॉट के दीवार और दरवाजे के नीचे दबे बच्चों के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए।

मौके पर पहुंचे लोगों की मदद से पीड़ित परिवार के लोगों द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करते हुए दरवाजे के मलबे में दबे चारों बच्चों को निकाल कर आनन फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां एक 8 वर्षीय बच्चे को डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। जबकि तीन बच्चों की हालत को गंभीर देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।वही चार बच्चों के दरवाजे के नीचे दबे होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और हादसे को लेकर पीड़ित परिवार के लोगों से मामले की जांच पड़ताल करते हुए तफ्तीश में जुटी हुई है। तो वहीं दरवाजे के नीचे दबकर मौत के आगोश में समाए मासूम बच्चें के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पंचायतनामा भरते हुए डेड बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी।

आपको बताते चले कि भुजपुरा इलाके के एस के लॉज स्थित मदरसे वाली गली आशिक अली रोड के पास एक खाली प्लॉट का दरवाजा गिरने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद अलीगढ़ जिले की ऊपरकोट कोतवाली क्षेत्र के भुजपुरा निवासी युवक मोहम्मद मतीन का इस हादसे को लेकर कहना है कि उनके घर के सामने पिछले करीब 10-12 वर्षों से आशिक अली रोड पर खाली पड़े प्लॉट में दीवार के सहारे एक लोहे का दरवाजा लगा हुआ था। खाली प्लॉट में दीवार के सहारे लगे इसी लोहे के दरवाजे के अचानक गिरने के चलते उसके परिवार के 4 बच्चें लोहे के दरवाजे ओर दीवार के मलबे के नीचे दब गए। जिस हादसे में उसके परिवार के एक 8 वर्षीय बच्चे अक्षया की मौके पर ही मौत हो गई। मोहम्मद मतीन का कहना है कि हादसे के दौरान उसके परिवार की चारों बच्चें उस खाली प्लॉट के पास खेल रहे थे। तभी खाली प्लॉट के पास खेल रहे तीनों बच्चों के ऊपर खाली प्लॉट की दीवार और लोहे का दरवाजा भरभराकर चारों बच्चों के ऊपर गिर गया।

बच्चों के ऊपर लोहे का दरवाजा और दीवार गिरते ही बच्चों ने अपने आपको बचाने के लिए चीख पुकार मच गई। बच्चों के शोर की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे लोगों के द्वारा इलाका पुलिस को दरवाजे के नीचे चार बच्चों के दबे होने की सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचती उससे पहले ही स्थानीय लोगों के द्वारा दरवाजे और दीवार के मलबे के नीचे दबे चारों बच्चों को निकाल कर उपचार के लिए अस्पताल ले जाने लगे। तभी रास्ते में 8 वर्षीय बच्ची अक्षया की मौत हो गई। तो वही मकान के मलबे के नीचे दबे एक ही परिवार के तीन बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में लोगों द्वारा भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने तीनों बच्चों की हालत को गंभीर देखते हुए एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जहां गंभीर हालत के बीच तीनों बच्चों का उपचार जारी है।

तो वही 8 वर्षीय बच्ची की मौत के बाद पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि जिस खाली प्लॉट में बच्चों के साथ यह हादसा हुआ है। इससे पहले भी इस खाली प्लॉट की दीवार गिर चुकी थी। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों के द्वारा प्लॉट मालिक से की थी। लेकिन शिकायत के बावजूद भी प्लॉट मालिक के कानों पर जूं नहीं रेंगी और उसके द्वारा उनके इस मामले पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। इसी का नतीजा है कि एक बार फिर खाली प्लॉट मालिक की लापरवाही के चलते चार बच्चे उसकी दीवार के सहारे लगे लौहे के दरवाजे और मलबे के अंदर दब गए। जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल है।

Reported By:- Ajay Kumar

Posted By:- Amitabh Chaubey