नवजातों के “सौदागर” निकले “धरती के भगवान्”…

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बलरामपुर (जनमत):- यूपी के बलरामपुर जिले के पचपेड़वा थाना क्षेत्र के एक निजी मिशन हॉस्पिटल व जच्चा बच्चा सर्जिकल केंद्र के नाम से संचालित अस्पताल में आपरेशन कराने आई एक प्रसूता के नवजात बच्चे को मृत दिखाकर बेच देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह अस्पताल डॉ मोहम्मद आमिर और डॉ ज़ेबा निसार के नाम पर फ़र्ज़ी तौर संचालित किया जा रहा था। बताया जाता है की इस हॉस्पिटल का ना तो कोई रजिस्ट्रेशन था ना ही यहां ऑपरेशन इत्यादि के कोई प्रशिक्षित डॉक्टर बैठता था। यहां पर बीयूएमएस डॉक्टरो और अप्रशिक्षित स्टाफ के ज़रिए जच्चा बच्चा का ऑपरेशन किया जाता था और उनका एलोपैथी माध्यम से इलाज भी किया जाता था।फिलहाल  पुलिस ने कार्यवाही करते हुए  नवजात को बेचने के आरोप में दो डाक्टरों को गिरफ्तार किया है और नवजात को सिद्धार्थ नगर जिले के बढ़नी नगर पंचायत के एक सभासद के घर से सकुशल  बरामद कर मां के हवाले कर दिया है।

आपको बता दे की  जिले के गौरा चौराहा थाना क्षेत्र के झोववा निवासी की पत्नी पुष्पा देवी 29 अक्तूबर को पचपेड़वा के मिशन अस्पताल पर आपरेशन के लिए भर्ती हुई थी। जहां पर महिला ने ने आपरेशन के बाद नवजात बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल के डाक्टर ने बढ़नी सिद्धार्थ नगर में नर्सिंग होम चलाने वाले डाक्टर के साथ मिलकर बढ़नी नगर पंचायत वार्ड न0 2 के सभासद के हाथों नवजात बच्चे को बेच दिया। आपरेशन के बाद जब महिला को होश आया तो डाक्टरों ने बताया की नवजात की मौत हो गई है।

लेकिन  महिला को यकीन नहीं नहीं हुआ  वह लगातार अस्पताल के चक्कर लगा कर बच्चे को देने की मांग करती रही।  पुलिस के मुताबिक 26 नवंबर को शक के आधार पर पचपेड़वा थाने में  महिला ने आखिरकार  तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया, जिस पर पुलिस ने कार्यवाही करते हुए अस्पताल के डाक्टर और महिला का आपरेशन करने वाले डाक्टर को गिरफ्तार कर बढ़नी नगर पंचायत वार्ड न 2 के सभासद के घर से नवजात को बरामद कर सकुशल मां के सुपुर्द कर दिया गया है जबकि सभासद भनक लगने पर  नेपाल फरार हो गया है।

वहीँ इस कार्यवाही के बाद बाद स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आया और  प्राथमिक कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया है। इसके साथ ही मामले की जांच प्राइवेट अस्पतालों के नोडल अधिकारी को सौंपी गई है। लेकिन इस मामले में कई सवालिया निशान खड़े होते हैं। बताया जाता है बलरामपुर जिले सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की कमी की वजह से गली गली गांव कुकुरमुत्ते की तरह फ़र्ज़ी तौर पर संचालित होने वाली जच्चा बच्चा केंद्रों व झोलाछाप डॉक्टरों के क्लिनिकों की बाढ़ सी आ गयी है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग आवश्यक कार्यवाही किये जाने का दावा जरूर कर रहा है.

REPORT- GULAM NABI..

PUBLISHED BY:=- ANKUSH PAL…