महराजगंज(जनमत):- जी हां ठीक सुना आपने यह किसी मुहावरे की पंक्ति नही बल्कि महराजगंज विद्युत विभाग की उदासीनता का सच है। सच है सरकार की छवि बेहतर करने के बजाए और भी धूमिल कर दिया है| वह भी सिर्फ सरकारी अधिकारियों के उदासीनता और कागज़ी खानापूर्ति की वजह से टँग गए मीटर,न बत्ती जली ,न चला मीटर,फिर भी अर्जुन बन गए बिजली विभाग के बकायेदार।यूपी के जनपद महराजगंज के घुघली क्षेत्र के भुवनी गांव के चुवनी टोला निवासी एक दिव्यांग व्यक्ति के नाम से जिम्मेदारों ने बगैर बिन विद्युत कनेक्शन किए 36000 का बिल थमा दिया । बगैर कनेक्शन के विद्युत बिल देख दिव्याग के होश उड़ गए ।
यह मामला 2012 का है। भुवनी गांव के चुवनी टोला निवासी दिव्यांग अर्जुन ने बताया कि वर्ष 2012 में ग्राम सभा राम मनोहर लोहिया योजना में चयन हुआ था । उसी समय सरकारी योजना के तहत शौचालय का निर्माण कराया था । उसी बीच राजीव गांधी ग्रामीण विधुतीकरण गांव में विधुतीकरण अभियान चला था । इस अभियान के तहत जिम्मेदारों ने कोरम पूर्ति के लिए बगैर विद्युत पोल से कनेक्शन किये ही शौचालय में एक मीटर लगा कर छोड़ दिया । इतना ही नही कुछ दिन बाद जिम्मेदारों ने बगैर कनेक्शन किये शौचालय में लगे मीटर से बिल निकालना भी शुरू कर दिया ।
बिल भुगतान के समाधान के लिए कर्मचारियों से लेकर बड़े अधिकारियों तक के कार्यालयों के चक्कर लगाया लेकिन जिम्मेदारों ने समस्या का समाधान नही कराया । सिर्फ आश्वाशन ही दिया । जिसका नतीजा यह है कि दिव्याग अर्जुन कनेक्शन लेना ही अभिशाप समझ रहे है। और सीधा सरकार और सिस्टम को कोसते नजर आ रहे है। इस सम्बंध में दिव्याग अर्जुन ने तहसील दिवस पर भी फरियाद लगाई । लेकिन अब तक कोई कार्यवाई नही हुई। इस सम्बन्ध में एक्सीयन ई.हरिशंकर प्रसाद ने बताया की मामला संज्ञान में आया है उसकी जांच कराकर बिजली बिल को खत्म करा दिया जाएगा और लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएंगी|