जिला अस्पताल,महिला जिला अस्पताल,मेडिकल कॉलेज की खराब प्रगति पर डीएम नाराज,सुधार के दिए आदेश

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उरई (जनमत):- जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कल देर शाम जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर निर्माण कार्य तथा सीएचओ के कार्यों की समीक्षा में खराब प्रदर्शन करने वाले को को चिन्हित कर कार्रवाई के निर्देश दिए। आकाशी ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी यूनिसेफ द्वारा प्रस्तुत 10 महिलाओं की सूची प्राप्त कर क्रॉस वेरिफिकेशन संयुक्त रूप से कराया जाए यदि एएनएम द्वारा काम नहीं किया गया है तो अगली बैठक में जांच कर अवगत कराया जाए तथा यूनिसेफ प्रतिनिधि को निर्देशित किया गया कि मॉनिटरिंग के पश्चात फीडबैक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को उसी दिन दिया जाए। पोर्टल पर चाइल्ड हेल्थ 0 से 5 वर्ष में शत प्रतिशत फीडिंग करना सुनिश्चित करें।

जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिंडारी कदौरा उरई की लंबित भुगतान होने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाते हुए निर्देशित किया कि समस्त लंबित भुगतान निस्तारण शीघ्र करना सुनिश्चित करें, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। प्रेगनेंट वूमेन का रजिस्ट्रेशन में ग्रामीण क्षेत्र में छिरिया, नदीगांव और पिंडारी तथा अर्बन क्षेत्र में उदनपुरा बघोरा तथा तुफैलपुरवा की प्रगति कम होने पर नाराजगी व्यक्त की न्यूनतम रजिस्ट्रेशन वाली चिकित्सा इकाई को प्रगति में सुधार करने के निर्देश दिए। मंत्रा डिलीवरी स्टेटस में छिरिया रामपुर और माधौगढ़ तथा जिला महिला चिकित्सालय की प्रगति कम होने पर सुधार लाने के निर्देश दिए।

उन्होंने एचएमआईएस पोर्टल पर पंजीकृत महिलाओं का एएनसी रजिस्ट्रेशन में पिंडारी कुठौंद और राजकीय मेडिकल कॉलेज की प्रगति खराब होने पर प्रगति में सुधार लाने के कड़े निर्देश दिए। उन्होंने महिला नसबंदी ग्रामीण क्षेत्र में बाबई नदीगांव माधौगढ़ एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज व जिला महिला चिकित्सालय में शून्य होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए महिला नसबंदी में प्रगति में सुधार करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्र पर संचालित योजनाओं में रुचि लेकर प्रगति लाएं। स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों से मधुर व्यवहार रखें। उन्होंने कहा कि आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम का सहयोग लेकर अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव कराए जाए। उन्होंने कहा कि प्रसूता को जननी सुरक्षा योजना का लाभ डिस्चार्ज पर ही उपलब्ध करा दिया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र देव शर्मा, सीएमएस मेडिकल प्रशांत निरंजन, सीएमएस महिला व पुरुष आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

Reported By:- Sunil Sharma

Posted By:- Amitabh Chaubey