फर्जी तरीके से स्वेप कर वीआईपी नम्बर बेंचने वाले चार शातिर गिरफ्तार

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हरदोई(जनमत):- हरदोई जनपद की शहर कोतवाली पुलिस ने स्वाट व सर्विलांस सेल की मदद से एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे वीआईपी सिम स्वैप करके महंगे दामों पर बेचते थे। अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से भारी संख्या में एक्टिवेट सिम लैपटॉप मोबाइल बरामद किए हैं। यह लोग राजस्थान उड़ीसा समेत अन्य स्थानों से महंगे दामों पर सिम बेचने का काम करते थे और इनका सहयोग एयरटेल कंपनी के एक अधिकारी के द्वारा किया जा रहा था। ऑपरेशन शिकंजा के तहत पुलिस टीम को यह बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।

मामले का खुलासा करते हुए एसपी अजय कुमार ने बताया कि भारती एयरटेल कंपनी विभूति खंड लखनऊ ने शहर कोतवाली पुलिस को सूचना दी थी कि रिटेलर प्रवेश मोबाइल शॉप के प्रोपराइटर राकेश कुमार पाल द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ वीआईपी सिम फर्जी तरीके से स्वेप और एक्टिवेट करके बेच रहे हैं।इस पूरे मामले की एफआईआर दर्ज कर आप्रेशन शिकंजा के तहत अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी अनिल कुमार यादव व सीओ सिटी विकास जायसवाल के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया था। इस टीम ने मुख्य अभियुक्त राकेश पाल उसके भाई प्रवेश पाल सौरव और अरुणेश कुमार को गिरफ्तार किया। पूरे मामले में पड़ताल की गई तो इनके पास से पुलिस को 16 वीआईपी सिम

एक्टिवेट है 9 मोबाइल 10 लैपटॉप भी बरामद हुए।पुलिस अधीक्षक ने बताया खुलासा करने वाली टीम को 25 हजार का इनाम दिया गया है।एसपी ने बताया कि राकेश कुमार पाल पहले यह पता करता था कि कौन सा वीआईपी सिम कई माह से रिचार्ज नहीं किया गया है फिर उसके बाद उसकी डिटेल एयरटेल कंपनी के फर्स्ट टाइम एक्टिवेशन अधिकारी अरुणेश से संपर्क कर नाम पता फोटो आदि मंगा कर उसी की डिटेल से प्ले स्टोर पर उपलब्ध एक पैन कार्ड एप से फर्जी पैन कार्ड बनाता था और उसके बाद सिम स्वैप करने का सिस्टम बनाता था। एसपी ने बताया कि इसने फेस स्वैप एप्लीकेशन के माध्यम से फोटो को लाइव इमेज में कन्वर्ट कर कैप्चर कर फर्जी तरीके से बनाए गए पैन कार्ड आदि के सहारे अपलोड करके एयरटेल कंपनी के फर्स्ट टाइम एक्टिवेशन ऑफिसर अरुणेश से सिम को एक्टिवेट कराने के बाद मनमाने दामों पर बेचता था।

एसपी ने बताया कि सौरभ राजस्थान आदि राज्यों में सिम खरीदने और बेचने का काम किया करता था।एसपी ने बताया इस मामले में केशवधीर चंद्रा जो कटक उड़ीसा का है और लोकेश जयपुर राजस्थान का है यह दोनों वांछित हैं पुलिस इनकी तलाश कर रही है।राकेश पाल ने बताया कि उसको वीआईपी नम्बर बेंचने का शौक था इसलिए उसने यह रास्ता चुना है।

Posted By:- Amitabh Chaubey

Reported By:- Sunil Kumar