कोरोनाकाल में जैन साधर्मियो ने सादगी से मनाया “क्षमावाणी पर्व”….

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इटावा (जनमत):- जैन समाज मे महापर्व पर्युषण धर्म के समाप्त होने के अगले दिन जैन तीर्थ श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र नशिया जी पर जैन तीर्थंकरो पर जलधारा डालने की सदियों पुरानी परम्परा है। इस वर्ष कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते शासन और प्रशासन द्रारा जारी गाइड लाइन का पालन करते हुये नशिया जी पर वार्षिकोत्सव मेला का आयोजन न करके पीत वस्त्रधारी धर्मालंबियों द्रारा शारीरिक दूरी के साथ श्रीजी पर जलधारा डाल कर सदियों पुरानी परम्परा का निर्वहन किया गया। नशिया जी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजीव जैन संजू ने बताया इस वर्ष भगवान की रथयात्रा सड़क पर न निकाल कर पालकी में श्रीजी को विराजमान कर मन्दिर परिसर में ही यात्रा निकाली गई।

नशिया जी मन्दिर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष आकाशदीप जैन बेटू ने बताया जलधारा के उपरांत नशिया जी मन्दिर में मौजूद जैन साधर्मियो ने भगवान के समक्ष एक दूसरे से शारीरिक दूरी के साथ हाथ जोड़ कर क्षमावाणी पर्व मनाया। नशिया जी के महामंत्री धर्मेन्द्र कुमार जैन ने बताया इस बर्ष वार्षिक मेला का आयोजन कोरोना संक्रमण को देखते हुये नही किया गया है केवल ट्रस्ट के पदाधिकारियों एवं पीत वस्त्रधारी धर्मालंबियों द्रारा जलधारा डाल कर पूजन किया गया। मंगलवार को सुबह 9 बजे 24 फुट ऊँची भगवान महावीर स्वामी की प्रतिमा पर जलाभिषेक करने का सौभाग्य गुलाब चन्द्र अजित कुमार जैन, अंकित जैन, डॉ.सी.के.जैन को क्रमवार प्राप्त हुआ।

इस वर्ष पार्श्वनाथ भगवान की मूलवेदी पर ही जलधारा डाली गई जिसमें पीत वस्त्रधारी उप कोषाध्यक्ष नवनीत जैन बबुआ, कम्मोद जैन, वोनू जैन, अरविन्द जैन, सुभाष जैन, पूनम जैन, प्रदीप जैन, मनीष, रमेश चन्द्र, अतिशय जैन, निर्मल चन्द्र, सुरेश जैन साधर्मियो ने जलधारा डाली। इस अवसर पर नशिया जी ट्रस्ट के पदाधिकारी मनोज जैन एलआईसी, चन्द्र प्रकाश जैन, धर्मेन्द्र जैन, सतीश जैन, चक्रेश जैन, महावीर प्रसाद, डॉ.जे.के जैन, सुनील जैन, अनिल अहिंसा, महेश रपरिया, शैलेष जैन, सुभाष जैन, शुभम जैन, दीपक जैन आदि मौजूद रहे।

Posted By:- Ankush Pal,

Reported By:- Puneet, Itawa.