निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया

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सोनभद्र (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जिले सोनभद्र में पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मशाल जुलूस निकाला। संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में सैकड़ो कर्मचारियों ने मशाल जुलूस निकाल कर सरकार से निजीकरण वापस लेने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की पूरे शहर में मशाल जुलूस व हाथो में तख्ती लेकर प्रदर्शन करते रहे । बिजलीकर्मी  देर शाम को लखनऊ में कर्मचारियों के गिरफ्तारी के विरोध में बिजली आक्रोशित हो गए और प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाने की बात करते हुए सरकार को चेतावनी दी कि अगर सरकार अपनी हठ नही छोड़ती तो पूरे प्रदेश में हम काम रोको आंदोलन करेंगे ।

वही संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक अदालत वर्मा ने कहा लगातार हम लोग सरकार से मांग कर रहे है कि सरकार निजीकरण की हठ छोड़ दे लेकिन सरकार हमारी बातों को ध्यान नही दे रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और अभियंता उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के निजीकरण के विरुद्ध संघर्ष में 5 अक्टूबर को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेंगे। बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति नेशनल कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड  इंजिनियर्स (एनसीसीओईईई) की  27 सितंबर को हुई ऑनलाइन बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में चल रहे संघर्ष में उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के साथ देश के सभी प्रांतों के 15 लाख बिजली कर्मी पूरी एकजुटता से उनके साथ हैं। एनसीसीओईईई की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार 5 अक्टूबर को जब उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों का पूरे दिन का कार्य बहिष्कार प्रारंभ होगा तब उनके समर्थन में देश के सभी प्रांतों के 15 लाख बिजली कर्मी विरोध प्रदर्शन व विरोध सभायें करेंगे और उप्र के साथ एकजुटता का परिचय देंगेयह भी निर्णय लिया गया है।

कि यदि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मियों को गिरफ्तार किया गया और उनका दमन किया गया तो देश के अन्य प्रांतों के बिजली कर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगे और उत्तर प्रदेश के समर्थन में राष्ट्रव्यापी आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा।वही विधुत मजदूर संघ के प्रदेश मंत्री शशिकांत श्रीवास्तव ने कहा विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आवाहन पर सोमवार को उत्तर प्रदेश के सभी ऊर्जा निगम निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों व् अभियंताओं ने राजधानी लखनऊ सहित सभी 75 जनपदों और परियोजनाओं पर मशाल जुलूस निकालकर सार्वजानिक क्षेत्र को बचाने का संकल्प लिया।ओबरा में राम दास होटल से मशाल जुलूस प्रारम्भ होकर क्लब एक,वीआईपी अतिथिगृह,वीआईपी रोड होते हुए सुभाष चंद्र बोष की प्रतिमा तक गया।वहीं रॉबर्ट्सगंज और पिपरी क्षेत्र में भी मशाल जुलूस पूरे नगर में निकाला गया।

आम जनता से अपील करते हुए कहा  है कि पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम का निजीकरण किसी भी प्रकार से प्रदेश व आम जनता के हित में नहीं है। निजी कंपनी मुनाफे के लिए काम करती है जबकि पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम बिना भेदभाव के किसानों और गरीब उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति कर रहा है। निजी कंपनी अधिक राजस्व वाले वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं को प्राथमिकता पर बिजली देगी जो ग्रेटर नोएडा और आगरा में हो रहा है। निजी कंपनी लागत से कम मूल्य पर किसी उपभोक्ता को बिजली नहीं देगी।

Posted By:-Sharad Somani