रेमेडिसिवर इंजेक्शन के लिए रोते रोते सीएमओ के पैर छूने लगी महिला

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गौतमबुद्ध नगर (जनमत):- एक तरफ गौतमबुद्ध नगर जिला अस्पताल की CMS रेणु अग्रवाल दावा करती है कि जिले में रेमडेसिविर की कमी नही है तो वही दूसरी ओर उसकी उलट ये तस्वीरे उनके सभी दावों की पोल खोल देती है, ये रोते चेहरे सिस्टम के सभी दावो की पोल खोल रही है ये बिलखते चेहरे अपनो के जान बचाने के लिए रेमडेसिविर न मिलने पर छलक रहे है, प्रदेश सरकार भले की स्तिथि नियंत्रण में होने का दवा कर रही हो लेकिन मौजूदा स्तिथि किसी से छिपी नहीं है, लोगों के आंसू उनके दर्द बयां कर रहे हैं ,

रेमिडिसीवीर इंजेक्शन के लिए तीमारदार CMO दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं, CMO साहब बार-बार आने पर पुलिस से गिरफ्तर करने की धमकी दे रहे हैं, मरीज़ के परिजन रेमिडिसीवीर इंजेक्शन की आस में सेक्टर 39 CMO दफ्तर पहुंचकर उनके परिजनों की सांसे मांग रहे हैं, आलम ये है कि मरीज़ के पेशेंट CMO डॉक्टर दीपक ओहरी के पैर पड़ मरीज़ की सांसें मांग रहे हैं, ये तस्वीरें मरीजों का दर्द बयां कर रही हैं। ऐसे में मालूम पड़ता है कि वाकई सभी दावें खोखले हैं,

निजी अस्पताल मरीजों का प्रिस्क्रिप्शन लिख रेमिडिसीवीर इंजेक्शन लाने की बात करते हैं, कविता बताती हैं कि उनके पति सेक्टर 27 कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती हैं। जीवन की जंग लड़ रहे हैं, इंदर गुप्ता कोरोना से जंग लड़ रहे, उनकी उम्र 48 वर्ष है। उनकी पत्नी CMO के पैर पड़ पति के जीवन की भीख मांग रही है, वही दूसरे अन्य मरीजो के परिजन बताते है कि CMO सुबह आश्वासन देके चले जाते है लेकिन शाम को मना कर दिया