चारबाग रेलवे स्टेशन के विकास के पहियें की निकली “हवा”....

चारबाग रेलवे स्टेशन के विकास के पहियें की निकली “हवा”….

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लखनऊ(जनमत):- राजधानी का सबसे व्यस्तम रेलवे स्टेशन चारबाग की सूरत बदलने की बात रेलमंत्री पियूष गोयल ने कही थी उनका कहना था की जून 2020 तक गोमती नगर स्टेशन से चारबाग का पुनविकास कर इसे वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जायगा| उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के इस अहम रेलवे स्टेशन पर लगभग 528 करोड़ रुपये से यात्री सुविधाओं का विकास किया जाएगा। पर वही रेलवे ने यात्रियो को ये सपना तो दिखा दिया पर हैरानी की बात ये है की अभी तक इन्हें पूरा करने के लिए निर्माण की नीव तक नहीं रखी है| वही रेलमंत्री पियूष गोयल के साथ साथ रेलवे बोर्ड के आला अधिकारियों ने निरीक्षण तो कर लिया है फिर भी अभी तक यहाँ पुनविकास का काम 1 वर्ष से लटका पड़ा है|

हैरानी की बात तो ये है की रेलवे ने इस पुनविकास के काम के लिए नेशनल कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड और रेल विकास निगम लि. के खाते में पैसा भी भेज चूका है| इसमें अंडरग्राउंड पॉर्किंग समेत तमाम सुविधाओं को बढ़ाया जाना है। इसके साथ ही स्टेशन के ऊपर कॉनकोर्स तैयार होगा, जिससे ट्रेन आने पर यात्री लिफ्ट या एस्क्लेटर के जरिए सीधे प्लेटफार्म पर पहुंच सकेंगे। चारबाग और लखनऊ जंक्शन को मेट्रो से जोड़ने के लिए प्रथम तल पर 358 मीटर लंबा और छह मीटर चौड़ा कॉरिडोर बनाना है इस कॉरिडोर में 90 वर्ग मीटर स्थान यात्रियों के बैठने के लिए बनाया जाना है| दोनों स्टेशनों को जोड़ते हुए मेट्रो की तरह पटरियो के निचे रास्ते बनाने है| आरएलडीए को इस काम को पूरा करने के लिए स्टेशन की खाली पड़ी जमीन को लीज पर लेना था पर आरएलडीए ने अभी तक जमीन लीज पर नहीं ली| वही आरएलडीए और एनबीसीसी के अधिकारियों ने इस काम को तैय समय सीमा पर पूरा करने का वादा किया था पर अभी तक विकास का काम शुरु तक नहीं हुआ सभी दावे हवा हवाई साबित ही रहे है|

वही जा हमारी बात उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी से हुई तो उन्होंने कहा कि आरएलडीए को जमीन देने को लेकर सारी बात और तैयारियां पूरी हो चुकी है और बहुत ही जल्द आरएलडीए जमीन लीज पर लेगा और कुछ जगहों पर जो भी अतिक्रमण है उसे हटा दिया जायेगा उस के बाद काम तेजी से शुरु होगा| पूर्वोत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक अमित अग्रवाल लखनऊ पहुचे । यहां पर वह गोमतीनगर रेलवे स्टेशन पर चल रहे पुनर्विकास कार्यों का जायजा लिया। साथ ही आरएलडीए और एनबीसीसी के अधिकारियों के साथ बैठक कर गोमतीनगर के कायाकल्प पर चर्चा कि। इसी के साथ ही अपर महाप्रबंधक मंडल कार्यालय में रेलवे  अधिकारियों से स्टेशन पर होने वाले पुनर्विकास कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की।

जहा एक तरफ रेलवे के विकास को ले कर लाखों दावे किये जा रहे है और यात्रियो के लिए सुविधाओ को बेहतर किये जाने का वादा किया जाता है वही हर बार ये वादे हवा हवाई साबित होते है और जहा जनता के साथ यात्री भी खुद को ठगा हुआ महसूस करते है| ऐसा नहीं है की प्रशासन विकास कार्य नहीं करना चाहती पर कोई तो वजह जरुर होगी जिससे ये विकास धरातल पर नज़र नहीं ही नहीं आ रहा है|

Posted By:- Amitabh Chaubey