सुर सामग्री लता मंगेशकर को सांस लेने में हुई परेशानी, अस्पताल में हुईं भर्ती

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मनोरंजन (जनमत):- भारत रत्न से सम्मानित देश की स्वर कोकिला लता मंगेशकर को सोमवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल ले जाया गया था। जहा डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में भर्ती किया है सूत्रों ने मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी| हालांकि अब हॉस्पिटल के सूत्रों ने बताया की उन की तबीयत में सुधार हुआ है और डॉक्टरों को दिखाने के बाद वो अपने घर वापस लौट जाएगी। प्रसिद्ध अभिनेत्री और सांसद हेमा मालिनी ने मंगलवार सुबह ही लता मंगेशकर की तबीयत को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया है।

लता की उम्र अब 90 साल है और कुछ दिन पहले ही 28 सितंबर को उन्होंने अपना  90वां बर्थडे मनाया था। आयु के इस पड़ाव में उनको बीमारियों ने घेर लिया है| लता मंगेशकर ने लगभग सभी भारतीय भाषाओँ में गीत गायें है और वर्षों तक बॉलीवुड पर एकक्षत्र राज भी किया है| इनकी मखमली आवाज के प्रशंसक सरहदों के मोहताज नहीं हैं, सात समंदर पार तक इनके गीतों के प्रशंसक मौजूद हैं| यह फेहरिस्त इतनी लम्बी है कि भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी भी लता मंगेशकर के बड़े प्रशंसकों में से एक हैं|

जैसे ही उनके एडमिट होने की खबर लोगों तक पहुंची सभी 90 वर्ष की स्वर साम्राज्ञी लता दी के लिए सोशल मीडिया पर दुआएं करने लगे, क्योंकि कोई नहीं चाहता कि सुरों की देवी और 60 साल से लंबे समय तक लोगों को कर्णप्रिय गीत सुनाने वालीं लता दी किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या से रूबरू हों| सुर सम्राज्ञी  ने पहला गाना मराठी फिल्म ‘किती हसाल‘ (1942) के लिए रिकॉर्ड किया था, जिसे फाइनल कट से पहले हटा दिया गया था। 1943 में आई मराठी फिल्म ‘गजाभाऊ‘ में उन्होंने हिंदी सॉन्ग ‘माता एक सपूत की दुनिया बदल दे‘ को आवाज दी। इसे उनका पहला सॉन्ग माना जाता है। लताजी को गायकी की दुनिया में अहम योगदान के लिए अब तक तीन नेशनल अवॉर्ड  मिल चुके हैं। भारत सरकार ने इन्हें पद्म भूषण (1969), दादा साहब फाल्के (1989), पद्म विभूषण (1999) और भारत रत्न (2001) से भी सम्मानित किया है

Posted By:- Amitabh Chaubey