आस्था और विश्वास के चलते पानी से जलता है “दीपक”…

देश – विदेश

देश-विदेश (जनमत) :- जहाँ तर्क हैं वहां आस्था का वास नहीं होता है और जहाँ विशवास हैं वहां आस्था अपने आप निवास बना लेती है. हमारे देश में ऐसे कई मंदिर है जो चमत्कारों की रोचकता से भरें पड़े हैं. कहीं मंदिर के खम्बे हवा से निवास कर रहें हैं वहीँ कहीं ऐसे चमत्कार भी देखने को मिलतें हैं, जो हैरान कर देते हैं. ऐसा ही एक चमत्कार एक देवी के मंदिर में दिखाई देता है. जिसमें दीपक को जलाने के लिए किसी घी या तेल की जरुरत नहीं होती। यह क्रम आज से नहीं बल्कि कई सालों से चल रहा है। 

हालांकि देश में ऐसे अनेक मंदिर हैं, जहां इससे भी लम्बे समय से दीये जलते आ रहे हैं, लेकिन यहां के महाजोत की बात सबसे जुदा है। वहीँ ताज़ा मामला  मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में गड़ियाघाट वाली माताजी के नाम से मशहूर यह मंदिर कालीसिंध नदी के किनारे आगर-मालवा के नलखेड़ा गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर गाड़िया गांव के पास स्थित है। वहीँ जानकारी मिल रही हैं की इस मंदिर में पिछले पांच साल से एक ज्योती लगातार जलती आ रही है। यह आस्था और विशवास के बीच का चमत्कार ही हैं.