भारत माता को अपने बच्चों के साथ “साहूकार” का काम नहीं करना चाहिए…

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देश/विदेश (जनमत) :- केंद्र सरकार से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आग्रह किया कि वह आर्थिक पैकेज पर पुनर्विचार करे और लोगों के खातों में सीधे पैसे डाले क्योंकि इस वक्त उन्हें कर्ज की नहीं, बल्कि सीधी आर्थिक सहायता की आवश्यकता होगी.   राहुल गांधी ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से बातचीत कहा, जो पैकेज होना चाहिए था वो कर्ज का पैकेज नहीं होना चाहिए था। इसको लेकर मेरी निराशा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को लॉकडाउन को समझदारी व सावधानी के साथ खोलने की जरूरत है। बुजुर्गों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए।आज किसानों, मजदूरों और गरीबों के खाते में सीधे पैसे डालने की जरूरत है। आप (सरकार) कर्ज दीजिए, लेकिन भारत माता को अपने बच्चों के साथ साहूकार का काम नहीं करना चाहिए, सीधे उनकी जेब में पैसा देना चाहिए।

इस वक्त गरीबों, किसानों और मजदूरों को कर्ज की जरूरत नहीं, पैसे की जरूरत है।  कांग्रेस नेता ने कहा, मैं विनती करता हूं कि नरेंद्र मोदी जी को पैकेज पर पुनर्विचार करना चाहिए। किसानों और मजदूरों को सीधे पैसे देने के बारे में सोचिए। मैंने सुना है कि पैसे नहीं देने का कारण रेटिंग है। कहा जा रहा है कि वित्तीय घाटा बढ़ जाएगा तो बाहर की एजेंसियां हमारे देश की रेटिंग कम कर देंगी। हमारी रेटिंग मजदूर, किसान, छोटे कारोबारी बनाते हैं। इसलिए रेटिंग के बारे में मत सोचिए, उन्हें पैसा दीजिए। आप न्याय जैसी योजना लागू कर सकते हैं। आप इसे कोई और नाम दे सकते हैं।  चूकी देशवासियों को इस समय सबसे ज्यादा ज़रुरत आर्थिक सहायता की ज़रुरत है न की कर्ज की और अगर सरकार को क़र्ज़ देना है तो इसे आर्थिक सहायता का रूप नहीं देना चाहिए.

Posted By:- Ankush Pal

Correspondent, Janmat News.